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बिहार: शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़, एक ही प्रमाणपत्र पर कई को नौकरी

बिहार के पूर्णिया जिले में शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ हुआ है। यहां एक ही टीईटी प्रमाणपत्र पर चार शिक्षिकाएं वेतन उठा रही थी।

By Ravi RanjanEdited By: Published: Fri, 22 Jun 2018 08:59 AM (IST)Updated: Fri, 22 Jun 2018 10:58 PM (IST)
बिहार: शिक्षक बहाली में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़, एक ही प्रमाणपत्र पर कई को नौकरी

पूर्णिया [राजीव कुमार]। बिहार के पूर्णिया जिले में शिकायतों की जांच के क्रम में 149 फर्जी प्रखंड व पंचायत शिक्षकों की बहाली की पोल खुली है। शिक्षा विभाग ने जांच के बाद इन्हें सेवामुक्त करने का निर्देश दिया है। बनमनखी प्रखंड में 96 एवं रूपौली प्रखंड में 53 शिक्षकों की बहाली फर्जी प्रमाणपत्रों के आधार पर हुई है।

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आलाधिकारियों के निर्देश पर बनमनखी एवं रूपौली के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी ने संबंधित शिक्षकों के वेतन पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाते हुए संबंधित नियोजन इकाई को इन शिक्षकों को सेवामुक्त करने का निर्देश दिया है। इनसे वेतन की राशि की वसूली करने के अलावा इनपर प्राथमिकी भी दर्ज की जाएगी।

एक ही प्रमाणपत्र पर चार शिक्षक बहाल

बनमनखी प्रखंड में एक ही टीईटी प्रमाणपत्र पर एक ही नाम की चार शिक्षिकाएं चार अलग-अलग विद्यालयों में काम कर रही हैं। पूजा कुमारी नाम की शिक्षिका उत्क्रमित मध्य विद्यालय, बुढिय़ा में पदस्थापित है। इसी नाम की शिक्षिका प्राथमिक विद्यालय संथाली टोला गंगापुर, प्राथमिक विद्यालय रूपौली गोठ एवं प्राथमिक विद्यालय महादेवपुर में पदस्थापित है।

इसके अलावा गुडिय़ा कुमारी नामक शिक्षिका श्यामलाल कन्या उच्च विद्यालय एवं इसी नाम की दूसरी शिक्षिका मध्य विद्यालय संन्यासी टोला में पदस्थापित है। इन सभी के टीईटी प्रमाणपत्र 2011 के हैं। बनमनखी प्रखंड की महाराजगंज-2 पंचायत में चार, जियनगंज पंचायत में एक, महादेवपुर पंचायत में सात, अभयराम चकला पंचायत में आठ व कचहरी बलुआ पंचायत में पांच शिक्षकों की फर्जी बहाली की बात सामने आई है।

हरिमूढ़ी पंचायत में आठ व चांदपुर भंगहा-कोशी शरण देवोतर में चार-चार शिक्षकों की फर्जी बहाली की गई है। इसी तरह रूपौली प्रखंड में राज लाल विजयगंज, गोरियड़पट्टी, श्रीमाता, नाथपुर मतेली, खेमचंद कोयली, सिमड़ा पूरब, कांप, कोयली, सिमड़ा पश्चिम, लक्ष्मीपुर गिरधर, विजय मोहनपुर, रामपुर परिहट, डोभा मिलिक, धोबगिद्धा, गोडिय़र पश्चिम एवं लक्ष्मीपुर छर्रापट्टी में फर्जी बहाली की गई है।

कैसे हुई शिक्षकों की फर्जी बहाली

प्रखंड एवं पंचायत नियोजन इकाई द्वारा 2011 में टीईटी के प्रमाणपत्र के आधार पर इनकी बहाली की गई। टीईटी प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ कर फर्जीवाड़े को अंजाम दिया गया है। कई लोगों ने टीईटी प्रमाणपत्र के अनुसार अपने अन्य शैक्षणिक प्रमाण पत्रों में फर्जीवाड़ा कर नौकरी ली है। इन सभी शिक्षकों से जांच के लिए कई बार टीईटी एवं शैक्षणिक प्रमाण पत्र विभाग द्वारा मांगे गए, लेकिन विभाग को प्रमाणपत्र उपलब्ध नहीं कराए गए। टीईटी प्रमाणपत्रों की सीडी से जब इन शिक्षकों के टीईटी प्रमाणप्रत्रों का मिलान किया गया तो फर्जीवाड़े की पोल खुली।

टीईटी में फेल अभ्यर्थी भी बना शिक्षक

टीईटी, 2011 में फेल अभ्यर्थियों को भी पास बताकर फर्जी तरीके से बहाल कर लिया गया। रूपौैली प्रखंड में कार्यरत शिक्षक मुकेश कुमार रूपौली प्रखंड के नवादा प्राथमिक विद्यालय में पदस्थापित है। मुकेश टीईटी में फेल है। इसी तरह राजकिशोर पासवान भी टीईटी प्रमाणपत्र में छेड़छाड़ कर प्राथमिक विद्यालय नवटोलिया में पदस्थापित हो गया। टीईटी प्रमाणपत्र में पिता के नाम में हेरफेर कर भी कइयों ने नौकरी ले ली।

बनमनखी प्रखंड में 96 एवं रूपौली में 53 शिक्षकों की फर्जी बहाली का मामला सामने आया है। दोनों प्रखंडों के शिक्षा प्रसार पदाधिकारियों ने नियोजन इकाई को शिक्षकों को सेवामुक्त करने का निर्देश दिया है।

- चंद्रशेखर प्रसाद

डीपीओ, स्थापना


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