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Bihar News: उत्तर दिशा में करना था जमीन अधिग्रहण, कर लिया दक्षिण में; टेकऑफ से पहले ही भटकी पूर्णिया की उड़ान

Purnea Airport Land Acquisition नागर विमानन विभाग ने पूर्णिया एयरपोर्ट के लिए अधिग्रहित जमीन पर सवाल उठाते हुए कहा कि हवाई सेवा के लिए एयरफोर्स स्टेशन के उत्तर की ओर जमीन का अधिग्रहण किया जाना था लेकिन इसके उलट स्टेशन के दक्षिण की ओर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया।

By Rajeev KumarEdited By: Ashish PandeyMon, 06 Feb 2023 11:20 AM (IST)
Bihar News: उत्तर दिशा में करना था जमीन अधिग्रहण, कर लिया दक्षिण में; टेकऑफ से पहले ही भटकी पूर्णिया की उड़ान
हवाई अड्डे के लिए 52.18 एकड़ जमीन अधिग्रहण करने के बाद भी हवाई सेवा शुरू होने पर लगा ग्रहण।

राजीव कुमार, पूर्णिया: उड़ान भरने से पहले ही पूर्णिया में हवाई सेवा भटक गई है। पूर्णिया के चूनापुर एयर स्टेशन के पास हवाई सेवा शुरू करने के लिए जिस 52.18 एकड़ जमीन का अधिग्रहण किया गया है, उस पर विवाद खड़ा हो गया है। नागर विमानन विभाग ने हवाई सेवा के लिए राज्य सरकार द्वारा अधिग्रहित जमीन की दिशा को लेकर सवाल खड़ा कर दिया है। विभाग का कहना है कि हवाई सेवा शुरू करने के लिए एयरफोर्स स्टेशन के उत्तर की ओर जमीन का अधिग्रहण किया जाना था, लेकिन इसके उलट एयरफोर्स स्टेशन के दक्षिण की ओर जमीन का अधिग्रहण कर लिया गया।

कटिहार सांसद के लिखित सवाल पर मंत्रालय का जवाब

यह मामला तब सामने आया जब कटिहार के जदयू सासंद दुलालचंद्र गोस्वामी ने पूर्णिया में हवाई सेवा शुरू करने के संबंध में नागर एवं विमानन मंत्रालय से लिखित सवाल पूछा।  लोकसभा में लिखित प्रश्न संख्या 120 के तहत सासंद द्वारा पूछे गए सवाल का जवाब विभाग ने 2 फरवरी 2023 को दिया है। इसमें अलग दिशा में हवाई अड्डे के लिए जमीन अधिग्रहण किए जाने की बात स्वीकार की गई है। नागर विमानन विभाग ने यह भी साफ कर दिया है कि इस परियोजना की पूर्णता राज्य सरकार द्वारा भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण को वांछित दिशा में जमीन उपलब्ध कराने पर निर्भर करेगी।

अधिग्रहण के बाद भी हवाई सेवा शुरू होने पर ग्रहण

चूनापुर में एयरपोर्ट निर्माण के लिए केनगर अंचल के गोआसी में 75 रैयतों की 52.18 एकड़ जमीन अधिग्रहित की गई है। इसमें से 50 एकड़ एयरपोर्ट के लिए और 2.18 एकड़ जमीन संपर्क पथ के इस्तेमाल में लाने के लिए अधिग्रहित किया गया था। चूनापुर सैन्य हवाई अड्डा से निजी विमानन कंपनी की हवाई सेवा शुरू करने के लिए पहले ही रक्षा मंत्रालय से हरी झंडी मिल चुकी है। जमीन अधिग्रहण के लिए 20 करोड़ की राशि भी खर्च की गई है। अधिग्रहण के बाद पूर्णिया हवाई अड्डा पर अलग से सिविल इन्कलेव, वीवीआइपी लाउंज, कार्गो तथा अन्य सुविधाओं का निर्माण किया जाना था। मगर गलत दिशा में जमीन का अधिग्रहण किए जाने के बाद अब पूर्णिया से जल्द हवाई सेवा शुरू होने पर ग्रहण लग गया है।

उत्तर में करना था अधिग्रहण, कर दिया दक्षिण में

हवाई सेवा शुरू करने के लिए गलत दिशा में जमीन के अधिग्रहण में कहां और किससे गलती हुई इस संबंध में अब कोई भी जवाब देने को तैयार नहीं है। जिस वक्त पूर्णिया हवाई अड्डे के लिए जमीन का अधिग्रहण किया जा रहा था, उस वक्त पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार थे। इस मामले में सवाल यह उठ रहा है कि अगर नागर विमानन विभाग ने हवाई सेवा शुरू करने के लिए उतर दिशा में जमीन की मांग की थी तो फिर दक्षिण दिशा में जमीन का अधिग्रहण कैसे कर लिया गया। हवाई सेवा में अब यह नई अड़चन सामने आने के बाद कोसी-सीमांचल के जिले के लोगों के पूर्णिया से जल्द हवाई सफर करने के सपने पर ग्रहण लग गया है।