मनमाने तरीके से विद्यालय संचालन पर ग्रामीणों में रोष
प्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोग प्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोगप्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोगप्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोगप्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोगप्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोगप्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोगप्रखंड मुख्यालय के सामने गिरा विशाल पेड़, बाल-बाल बचे दर्जनों लोग
पूर्णिया। राज्य सरकार जहां छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दिलाने के लिए कटिबद्ध है वहीं शिक्षकों के मनमाना रवैया के कारण छात्रों की ¨जदगी अंधकार की ओर जा रही है। प्रखंड क्षेत्र अंतर्गत मध्य विद्यालय चंदेल में कार्यरत शिक्षकों द्वारा मनमानी तरीके से विद्यालय संचालन को लेकर सोमवार को काफी संख्या में पोषक क्षेत्र के छात्रों एवं अभिभावकों ने विद्यालय परिसर में जमा होकर शिक्षकों के विरूद्ध रोष व्यक्त किया। रोष व्यक्त करते हुए छात्र एवं अभिभावकों ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत दो शिक्षिका मेरीना यासमीन एवं अनजला प्रवीण अक्सर विद्यालय से अनुपस्थित रहती है। उक्त दोनों के विरूद्ध बार-बार शिकायत करने के बावजूद दोनों में सुधार नहीं आ रहा है तथा विद्यालय खुलने व बंद होने का समय सीमा निर्धारित नहीं है। कब विद्यालय खुलता है और कब बंद होता है इसका पता ही नहीं चलता है। जिसके चलते विद्यालय में पढ़ने वाले छात्रों की ¨जदगी अंधकार की ओर जा रही है। साथ ही साथ बच्चों को मध्याह्न भोजन गुणवत्तापूर्ण नहीं मिल रहा है। पोषक क्षेत्र के लोगों ने बताया कि रविवार की रात्रि विद्यालय से लगभग 6 किलो एमडीएम का चावल लेकर जा रहे एक व्यक्ति को ग्रामीणों ने पकड़ा। पूछने पर वह व्यक्ति ने बताया कि हम मजदूरी के तौर पर विद्यालय के कुछ काम किए थे। इसी एवज में विद्यालय के प्रधानाध्यापक ने हमें दिया है। वहीं दूसरी ओर विद्यालय के प्रधानाध्यापक शमशाद आलम से इस संबंध में पूछे जाने पर उन्होंने बताया कि विद्यालय के कुछ काम करने के एवज में मजदूरी के तौर पर मजदूर को चावल दिया गया था तथा उक्त दोनों शिक्षिका का लगातार विद्यालय से अनुपस्थित रहने की सूचना संबंधित विभाग के अधिकारियों को दी जा चुकी है। दोनों शिक्षिका का प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी द्वारा एक बार वेतन भी काटा जा चुका है।