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पूर्णिया में पुस्तकदान बनी महादान योजना

26 जनवरी 2020 से शुरू हुई पुस्तक दान योजना के तहत पूर्णिया की 150 पंचायतों में पुस्तकालय खोले जा चुके हैं। अब दूसरे चरण में शेष बची 96 पंचायतों में 30 जून तक पुस्तकालय खोले जाने की योजना है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 31 Mar 2021 11:20 PM (IST)Updated: Wed, 31 Mar 2021 11:20 PM (IST)
पूर्णिया में पुस्तकदान बनी महादान योजना
पूर्णिया में पुस्तकदान बनी महादान योजना

पूर्णिया। 26 जनवरी 2020 से शुरू हुई पुस्तक दान योजना के तहत पूर्णिया की 150 पंचायतों में पुस्तकालय खोले जा चुके हैं। अब दूसरे चरण में शेष बची 96 पंचायतों में 30 जून तक पुस्तकालय खोले जाने की योजना है। इस अभियान को गति देने के लिए पूर्णिया के जिलाधिकारी राहुल कुमार ने गुरुवार को एक बैठक बुलाई है, जिसमें वे पुस्तक दान योजना की समीक्षा करेंगे। इस योजना के तहत अब तक 85 हजार से अधिक पुस्तकें दान में मिल चुकी हैं, जिसे पंचायत में खुले पुस्तकालयों को उपलब्ध करा दिया गया है। जिले में पुस्तक दान की यह कवायद महादान योजना का रूप ले रही है।

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इस अभियान को धरातल पर उतारने के लिए अब जिलाधिकारी ने सभी 150 पुस्तकालयों में संचालन कमेटी के लिए 300 सदस्यों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिलाने का फैसला लिया है। इस प्रशिक्षण में हर पुस्तकालय संचालन कमेटी के दो-दो सदस्य भाग लेंगे। यह प्रशिक्षण अनुमंडल आधार पर आयोजित किया जाएगा। इसे पुस्तकालय के क्षेत्र में काम करने वाली संस्था प्रयोग देगी। यह प्रशिक्षण पूर्णिया के पूर्णिया सदर, बायसी धमदाहा एवं बनमनखी अनुमंडल मुख्यालय में 12 अप्रैल से 14 अप्रैल तक आयोजित किया जाएगा। इस प्रशिक्षण के माध्यम से पुस्तकालय कमेटी के सदस्यों के कम संसाधन में पुस्तकालय का किस तरीके से बेहतर संचालन किया जाए, इसके गुर सिखाए जाएंगे।

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हर पुस्तकालय को मिलेंगी पांच सौ पुस्तकें पहले चरण में सभी पुस्तकालयों को पांच सौ पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी जो स्थानीय बच्चों, स्कूली छात्रों एवं वरीय नागरिकों के अध्ययन के लिए होंगी। 150 पंचायतों में 31 मार्च तक यह पुस्तकालय काम करने लगा जबकि शेष 94 पंचायतों में 30 जून 2021 तक पुस्तकालय काम करने लगेगा। हर पंचायत में पुस्तकालय के लिए पंचायत भवन में एक कमरा उपलब्ध कराया गया है जिसमें पुस्तकालय की सभी पुस्तकें रखी रहेंगी और स्थानीय लोग जाकर इन पुस्तकों को वहीं पढ़ पाएंगे। पहले चरण में जिन 150 पुस्तकालयों को 31 मार्च तक शुरू किया गया है उसके लिए पुस्तक दान में अब तक 85 हजार पुस्तकें जमा हो चुकी हैं। पुस्तक दान के लिए जिले में तीन केंद्र बनाए गए हैं, जहां कोई भी व्यक्ति पुस्तकालय के लिए पुस्तक दान कर सकता है। पुस्तकदान के लिए जिला में सर्व शिक्षा अभियान कार्यालय एवं प्रखंड में प्रखंड संसाधन केंद्र एवं संकुल संसाधान केंद्र में पुस्तकें दान स्वरूप ग्रहण की जा रही है। पुस्तक दान करने वाले लोगों को जिला प्रशासन की ओर से इसके लिए आभार पत्र भी दिया जाता है।

--------------- पुस्तकालय की देखरेख के लिए बनाई गई कमेटी जिले की सभी पंचायतों में खुलने वाले इस पुस्तकालय की देखरेख के लिए तीन सदस्यीय कमेटी बनाई गई है। इसमें पंचायत के मुखिया, पंचायत सेवक एवं कार्यपालक सहायक को शामिल किया गया है। पुस्तकालय की देखरेख का पूरा जिम्मा कार्यपालक सहायक को सौंपा गया है। उनके जिम्मे पुस्तकालय को खोलना एवं बंद करना तथा वहां आए लोगों को बीच पुस्तक पढ़ने के लिए वितरण करने की जिम्मेवारी होगी। किसी को भी इस पुस्तकालय के पास उपलब्ध पुस्तकों को पुस्तकालय में ही बैठकर पढ़ने की इजाजत होगी। किसी को भी इन पुस्तकों को घर जाने की अनुमति नहीं होगी। कोट के लिए 26 जनवरी 2020 को पुस्तक दान योजना शुरू की गई थी। इस योजना के तहत दान में मिले पुस्तकों से जिले की हर पंचायत में पुस्तकालय खोला जा रहा है। 30 जून तक सभी पंचायतों में पुस्तकालय काम करने लगेगा। अब पुस्तकालय के बेहतर संचालन के लिए पुस्तकालय कमेटी के दो-दो सदस्यों को तीन दिवसीय प्रशिक्षण दिया जाएगा।

-राहुल कुमार, जिलाधिकारी पूर्णिया


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