बायसी में तैयार हो रहा दस बाढ़ आश्रय स्थल
मानसून के दस्तक देने से पूर्व बाढ़ की आहट को लेकर राहत और बचाव कार्य की प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गई है। जिला में सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बायसी अनुमंडल क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बाढ़ आश्रय स्थल बनाया जा रहा है। एक-एक करोड़ की राशि से दस योजनाएं संचालित कर यह आश्रय स्थल बनाया जा रहा है।
पूर्णिया । मानसून के दस्तक देने से पूर्व बाढ़ की आहट को लेकर राहत और बचाव कार्य की प्रशासनिक तैयारी शुरू कर दी गई है। जिला में सबसे अधिक बाढ़ प्रभावित क्षेत्र बायसी अनुमंडल क्षेत्र के लोगों को सुरक्षित रखने के लिए बाढ़ आश्रय स्थल बनाया जा रहा है। एक-एक करोड़ की राशि से दस योजनाएं संचालित कर यह आश्रय स्थल बनाया जा रहा है। आश्रय स्थल के कार्य को जल्द से जल्द पूर्ण करने के लिए विभाग ने योजना के तहत बाकी 9 करोड़ की राशि जारी कर दी है। इससे पहले एक करोड़ की राशि भेजी गई थी। विभाग द्वारा भेजी गई राशि से आश्रय स्थल के कार्य किया जाएगा। अनुमंडल क्षेत्र के दस पंचायत क्षेत्र में यह आश्रय स्थल बनाया जा रहा है। इसमें सबसे अधिक प्रभावित पंचायत को प्राथमिकता देकर बाढ़ के दौरान जानमाल की क्षति से बचाव के लिए किया जा रहा है। आश्रय स्थल में आदमी सहित जानवरों को रखने की व्यवस्था रहेगी। यह स्थल अनुमंडल के टोली, मकैली, मजगामा, बनगांवा, सिरसी सहित अन्य पंचायत शामिल है। इसमें से अधिकांश का काम शुरू हो चुका है। शुरू हो चुके कार्य को नौ माह में पूरा करने की योजना है। अधिकांश काम जनवरी और फरवरी 2020 में शुरू किया गया था। हालांकि लॉकडाउन के कारण निर्धारित समय को डेढ़ माह के लिए बढ़ा दिया गया है। जानकारी देते हुए भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता नीरज कुमार ने बताया कि बाढ़ आश्रय स्थल निर्माण को लेकर काम जारी है। कई योजना में काम जारी है। बाढ़ के समय तक काम को पूरा कर लेने के उद्देश्य से योजना का निर्माण काम शुरू किया गया था। वहीं लॉकडाउन के कारण काम रुकने से योजना को पूर्ण होने में देरी होने की संभावना है, लेकिन तीव्र गति से निर्माण कार्य किया जा रहा है।