प्री-फैब पर बैठकर देख सकेंगे झंडात्तोलन
आजादी के बाद से बांस के स्टैंड पर बैठने की परंपरा होगी समाप्त। - एक अगस्त से सुबह 7.30 बजे से
पटना। स्वतंत्रता दिवस के दिन गांधी मैदान में आम दर्शक प्री-फैब स्थाई स्ट्रक्चर पर बैठकर झंडोत्तोलन और झांकियां देखेंगे। आजादी के बाद से अब तक गांधी मैदान में बैठने के लिए बांस के स्टैंड बनाए जाने की परंपरा रही है। कलेक्ट्रेट सभागार में प्रमंडलीय आयुक्त आनंद किशोर ने स्वतंत्रता दिवस की तैयारी समारोह में भवन निर्माण विभाग के कार्यपालक अभियंता को निर्देश दिया कि 25 जुलाई तक निविदा का निष्पादन कराने का कार्य पूरा करें। बैठक में जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल, एसएसपी मनु महाराज सहित सभी विभागों के अधिकारी मौजूद थे।
समीक्षा बैठक में फैसला लिया गया कि एक अगस्त से व्यवसायिक कार्यो के लिए गांधी मैदान की बुकिंग बंद कर दी जाएगी। 10 अगस्त से मॉनिंगवाकरों को छोड़कर किसी को प्रवेश नहीं दिया जाएगा। डीएम और एसएसपी से अनुमोदन लेकर 25 जुलाई तक नक्शा का अनुमोदन कराकर बैरिकेडिंग सुनिश्चित कराने का निर्देश दिया। गांधी मैदान में कार्य करने वाले सभी श्रमिकों को सुरक्षा पास बनवाने का निर्देश दिया गया है।
एक अगस्त तक पूरा करें समतलीकरण
गांधी मैदान के गड्ढ़ों एवं उबड़-खाबड़ पथ तथा परेड स्थल एवं अन्य स्थलों का समतलीकरण का कार्य एक अगस्त तक पूरा करने का निर्देश दिया। प्रमंडलीय आयुक्त ने कहा कि मुख्यमंत्री के परेड निरीक्षण के रास्ते पर ब्रीक पिचिंग एवं बालू व मोरम छिड़काव की व्यवस्था ससमय सुनिश्चित करें। बारिश को देखते हुए पर्याप्त संख्या में बालू की बोरियां सुरक्षित रखे जाने का और ड्रेनेज सिस्टम को दुरूस्त करने का भी निर्देश दिया। कहा कि गांधी मैदान के सभी बड़े गेट की ऑयलिंग करने तथा उसकी जांच सुनिश्चित की जाए।
बिहार रेजिमेंट पदाधिकारी करेंगे परेड कमांड
स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर बिहार रेजिमेंट सेंटर के पदाधिकारी परेड कमांड करेंगे। साथ ही बीआईसी, सीआइएसएफ, सीआरपीएफ, आईटीबीपी, महिला व पुरुष एसएसबी, एसडीआरएफ एवं एनडीआरएफ, बिहार पुलिस, बीएमपी, होमगार्ड (ग्रामीण व शहरी),एनसीसी की चार कंपनी, स्काउट्स एंड गाइड, स्वान दस्ता परेड में भाग लेगा।
प्राथमिक उपचार के लिए होंगे चार केंद्र
परेड की रिहर्सल एक अगस्त से शुरू होगी। प्रतिदिन सुबह 7.30 बजे इसका प्रारंभ होगा। अंतिम रिहर्सल 13 अगस्त को होगी। सिविल सर्जन को निर्देश दिया गया कि समारोह के दिन प्राथमिक उपचार के लिए चार अलग-अलग केंद्र गांधी मैदान में खोलें। चिकित्सक, प्रशिक्षित स्वास्थ्य कर्मी आवश्यक दवाओं और उपकराणों के साथ प्रतिनियुक्त रहें। आपात स्थिति से निपटने के लिए सभी केंद्रों पर एंबुलेंस और स्ट्रेचर्स की व्यवस्था की जाए। यातायात और विधि व्यवस्था को दुरूस्त रखने का निर्देश दिया।