मोबाइल की चोरी हो जाए तो अब ना हों परेशान, इस तरह पकड़ा जाएगा चोर
अब अगर मोबाइल की चोरी हो जाए तो आपको घबराने की जरुरत है। अाप एंटी थेफ्ट सेटिंग से चोर की फोटो और लोकेशन पता कर सकते हैं। बीएसएनएल, एयरटेल, जियो स्मार्ट फोन पर ये सुविधा मौजूद है।
पटना, जितेन्द्र कुमार। अब चोरी के मोबाइल का इस्तेमाल करना मुश्किल हो जाएगा। चोर की फोटो, लोकेशन की जानकारी के साथ ही जिस तरह की सेटिंग रहेगी वैसी हरकत आपका मोबाइल दूसरे यूजर्स के साथ करेगा।
भारत संचार निगम लिमिटेड (बीएसएनएल), एयरटेल और जियो अपने स्मार्ट फोन उपभोक्ताओं को एंटी थेफ्ट सेटिंग का लाभ दे रहा है। मोबाइल सेट में उपलब्ध फीचर्स के अनुसार चोर की फोटो, मोबाइल बंद होने की अंतिम लोकेशन, एसएमएस और बीप जैसी सेटिंग कर सकते हैं।
स्मार्ट फोन उपभोक्ताओं के लिए एयरटेल ने थैंक्स प्लान में तीन तरह की सेवाएं शुरू की है। इंटरनेट डाटा और बातचीत के साथ मनोरंजन के लिए विभिन्न टीवी चैनल शो का आनंद ले सकते हैं। एंटी थेफ्ट और एंटी वायरस की सेवा के अलावा 2000 रुपये का कैश बैक की योजना शुरू की है। उपभोक्ताओं को लुभाने के लिए एयरटेल चुनिंदा मोबाइल सेट साथ एयरटेल का कनेक्शन लेने पर दे सकता है।
क्या है एंटी थेफ्ट के फायदे
स्मार्ट फोन के उपभोक्ता को अपने ई-मेल से लॉग-इन बनाना होता है। यदि आपका मोबाइल सेट चोरी या गुम हो जाता है तो सेटिंग और सेट के फीचर्स के अनुसार सारी जानकारी आपके ई-मेल पर मिलेगी। सेटिंग में एसएमएस, पिक्चर, बीप के अलावा अपनी फोटो, डॉक्यूमेंट, वीडियो और फोन नंबर को सुरक्षित रखने के लिए लॉक कर सकते हैं।
चोर या दूसरा यूजर्स जैसे ही किसी भी सिम से मोबाइल को ऑन करेगा उसकी तस्वीर खींचकर आपके लॉग-इन वाले ई-मेल पर भेज देगा। मोबाइल बंद कर दिया गया हो तो उसका अंतिम लोकेशन गूगल मैप पर आ जाएगा। यदि आपने एंटी थेफ्ट सेटिंग में बीप सेट कर दिया है तो दूसरे यूजर्स के पास बार-बार बीप अलार्म बजेगा।
आप अपने ई-मेल से मोबाइल के सभी डाटा वापस या इरेज या सिम लॉक कर सकते हैं। बीएसएनएल, जियो और एयरटेल ने उपभोक्ताओं के लिए यह सेवा शुरू कर दी है। जिस तरह का सेट और प्लान लेंगे वैसी एंटी थेफ्ट सेवाएं हासिल कर सकते हैं।
प्ले स्टोर से डाउनलोड
यदि आपने मोबाइल ऑपरेटर का एंटी थेफ्ट प्लान नहीं लिया है तो गूगल प्ले स्टोर से डाउनलोड कर सकते हैं। एक सप्ताह या 15 दिनों की फ्री सेवा के बाद एप का चार्ज मासिक या सालाना देना होगा। अलग-अलग एप का अलग चार्ज देना होगा।