ऑटो में सवार इस महिला गैंग के निशाने पर रहती हैं महिलाएं, झांसा देकर उड़ा देती हैं ज्वेलरी Patna News
राजधानी में नकली सोने का झांसा देकर असली जेवर उड़ाने वाला गैंग सक्रिय है। आप भी अगर अॉटो से सफर कर रही हैं तो सावधान रहें।
पटना, जेएनएन। पटना में रह रहे हैं तो सावधान हो जाएं। राजधानी में नकली सोने का झांसा देकर असली जेवर उड़ाने वाला गैंग सक्रिय हो गया है। ऑटो में सवार इस गैंग के निशाने पर महिलाएं हैं। एक दिन पहले इस गैंग ने ऑटो में सवार हुई महिला को चार लाख रुपये के नकली सोने के बिस्कुट देने के बदले असली गहने ठग लिए। जबतक पीड़ित को कुछ पता चलता महिला फरार हो चुकी थी। एसएसपी ने महिला ठगों के गिरोह को दबोचने के लिए विशेष टीम का गठन किया है। इसमें तीन थानों की पुलिस और सेल के पदाधिकारी शामिल हैं।
यात्री बन ऑटो में बैठे ठग ने दी सोने की चेन
बुद्धा कॉलोनी निवासी लक्ष्मी देवी शनिवार दोपहर 12 बजे गांधी मैदान ऑटो स्टैंड पर पहुंचीं। उन्हें खांजेकला जाना था। ऑटो में सवार हुईं। ऑटो में चालक सहित दो अन्य लोग पहले से सवार थे। स्टैंड से ऑटो आगे बढ़ा कि पीछे बैठे एक जालसाज ने लक्ष्मी को बताया कि उसके पास चार लाख के सोने के बिस्कुट हैं, लेकिन वह इतना सोना कहीं बेच नहीं सकता है। इसके बदले में अगर कोई सोने का छोटा सामान दे दे तो उसे पूरे बिस्कुट दे देगा। यह महिला सुन रही थी। इसी बीच दूसरे यात्री के रूप में महिला के बगल में बैठे ठग ने महिला को झांसे में लेने के लिए अपने सोने की चेन उसे दी और बोला कि सोने का बिस्कुट हमें दे दो।
यह सुन लक्ष्मी भी झांसे में आ गई और उसने कहां कि मुङो भी सोने की बिस्कुट दे दो। उसने बदले में कान की बाली व सोने की चेन ठग को दे दी। इतने में चालक ने ऑटो रोक दिया और कहा कि ऑटो खराब हो गया। लक्ष्मी जैसे ही ऑटो से नीचे उतरी चालक ऑटो में सवार दोनों ठगों को साथ लेकर फरार हो गया। पीरबहोर थानेदार रिजवान अहमद ने बताया कि ठगों का शिकार हुई पीड़िता बार-बार बेहोश हो जा रही है। घटनास्थल की सही जानकारी नहीं मिल पा रही है। गांधी मैदान थाने की पुलिस भी गिरोह की तलाश में जुटी है।
पहले भी ठगी का शिकार हो चुकी हैं महिलाएं
तीन माह पूर्व राजीव नगर रोड नंबर छह निवासी सुनीता कुमारी के साथ भी ऑटो में कुर्जी मोड़ के पास नकली सोने के बदले असली जेवर गवां चुकी है। लक्ष्मी की तरह इन्हें भी नकली सोने का बिस्कुट देकर ठग असली जेवर लेकर फरार हो गए थे। गांधी मैदान, पाटलिपुत्र और पीरबहोर थाना क्षेत्र में पिछले तीन महीनों में इस तरह के चार मामले सामने आ चुके हैं। लेकिन, अभी पुलिस पुलिस इस गिरोह को पकड़ नहीं सकी है।