Patna: अंंतिम समय तक नहीं छोड़ा हाथ, गुरु पूर्णिमा पर गंगा स्नान कर रहीं पत्नी को बचाने में पति भी डूबा
मनेर के शेरपुर में गुरु पूर्णिमा के दौरान डूब रही पत्नी को बचाने में पति भी डूब गया। हालांकि डूबने वाले लोग कौन थे इसका पता नहीं चल सका है। पुरुष का शव बरामद कर लिया गया है। महिला का पता नहीं चल सका है।
मनेर (पटना), संवाद सूत्र। मनेर थाना क्षेत्र के शेरपुर गंगा घाट पर शनिवार की अलसुबह गुरु पूर्णिमा पर स्नान के लिए गए दंपती डूब गए। आसपास के लोगों ने बचाने का प्रयास भी किया लेकिन दोनों डूब गए। मशक्कत के बाद उनमें से पति का शव का शव बरामद किया गया। महिला का अब तक पता नहीं चल सका है। वे लोग कौन थे और कहां के रहने वाले थे, यह भी पता नहीं चल सका है।
देखते ही देखते गहरे पानी में समा गए पति-पत्नी
बता दें कि गुरु पूर्णिमा पर गंगा नदी में स्नान करने वालों की भीड़ होती है। शनिवार को भी स्नान करने वालों का तांता लगा था। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पहले पत्नी नदी में उतरीं। इसी दौरान सोन सोता में पानी का अंदाज नही होने के कारण पत्नी ईंट निर्माण के लिए निकाले गए मिट्टी के बने बड़े गड्ढे में चली गई और डूबने लगी तो बचाने के लिए पति भी कूदा लेकिन पानी काफी था और दोनों ही डूब गए।दोनों को डूबता देख आसपास के लोगों ने शोर मचाया। जिन्हें तैरना आता था उनलोगों ने नदी में कूदकर भी उन्हें बचाने का प्रयास किया। लेकिन नदी की तेज धारा के आगे वे बेबस हो गए। दंपती देखते ही देखते डूब गए। घटना की सूचना पुलिस को दी गई। पुलिस ने एनडीआरएफ को बुलाया। वहां पहुंचकर गोताखोर तलाश में जुटे हुए हैं।
संतान की चाहत में गए थे स्नान करने
डूबे दंपत्ति की पहचान नहीं पाई है। वैसे बताया जाता है कि दोनों हेतनपुर पानापुर , दानापुर के रहने वाले हैं जो यहां एक ओझा जी के यहां आए थे। दोनों के कोई बच्चे नहीं थे जिस कारण ओझा जी ने झाड़-फूंक के बाद उसे गंगा में पौ फटने के पूर्व ही एक साथ स्नान करने को कहा था। इसी दौरान दोनों डूब गए। प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार अलसुबह अंधेरा होने के कारण दोनों मोबाइल की टॉर्च जला कर नदी में जा रहे थे