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पेंशन के लिए पत्नी ने बनवा दिया मृत्यु प्रमाण पत्र, बीडीओ के पास पहुंचकर पति बोला-जिंदा हूं मैं

पटना के पालीगंज में दो विवाहिताओं ने पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए कागज पर अपने पति की ही जान ले ली। जानें कैसा जिंदा पति पहुंच गया बीडीओ के पास।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sat, 01 Feb 2020 08:41 AM (IST)Updated: Sat, 01 Feb 2020 08:41 AM (IST)
पेंशन के लिए पत्नी ने बनवा दिया मृत्यु प्रमाण पत्र, बीडीओ के पास पहुंचकर पति बोला-जिंदा हूं मैं

अजय कुमार, पटना। राजधानी के पालीगंज में दो विवाहिताओं ने लक्ष्मी बाई समाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए कागज पर अपने पति की ही 'जान' ले ली। सरकारी कर्मियों व बिचौलियों की मदद से जिंदा पति को मरा दिखाकर मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाया और पेंशन स्वीकृत करा ली। घटना की सूचना जब पति को लगी तो वो खुद बीडीओ के समक्ष आवेदन लेकर पहुंचा और सच्चाई बताई। मामला पटना जिले के पालीगंज प्रखंड के भेड़हरिया सियारामपुर ग्राम पंचायत का है। चौंकानेवाले घटना का खुलासा होने पर बीडीओ के आदेश पर थानेदार ने आरोपितों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।

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बीडीओ ने स्वयं गांव जाकर की पूरे मामले की तहकीकात

पालीगंज बीडीओ चिरंजीवी पांडेय ने बताया कि जीवित पति का मृत्यु प्रमाण पत्र बनाए जाने की जानकारी मिलने के बाद वे स्वयं गांव गए और पूरे मामले की जांच की। आवेदनकर्ता फुलवा देवी पति बिसवानी चौधरी एवं बेबी देवी पति रवींद्र दास इंग्लिश थाना के भेड़हरिया गांव के रहनेवाले हैं। बिसवानी चौधरी और रवींद्र दास ने शिकायत दर्ज करवाई थी कि पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए उन दोनों की पत्नी ने बिचौलियों के माध्यम से मृत्यु प्रमाण पत्र बनवा लिया। तहकीकात के दौरान दोनों महिला के पति जीवित मिले।  

पेंशन स्वीकृत होने के बाद जांच के दौरान खुली पोल

लक्ष्मी बाई सामाजिक सुरक्षा पेंशन योजना का लाभ लेने के लिए किया गया आवेदन स्वीकृत होने के बाद जब जनप्रतिनिधियों से वेरिफिकेशन कराया गया तो आवेदनकर्ता बेबी देवी के पति रवींद्र दास एवं फुलवा देवी के पति बिसवानी चौधरी दोनों जीवित मिले। यह देखकर जांच पदाधिकारी अवाक रह गए। इसके बाद दोनों महिलाओं पर कार्रवाई के लिए बीडीओ को लिखा गया।

आखिर किसने जारी किया जीवित व्यक्तियों का मृत्यु प्रमाण पत्र

कहा जा रहा है कि सरकारी कर्मियों और बिचौलियों की मदद से फर्जी तरीके से प्रमाण पत्र पर पंचायत सचिव एवं बीडीओ का हस्ताक्षर भी अभिप्रमाणित कर दिया गया। ग्रामीणों ने इस मामले की जांच वरीय अधिकारियों से कराने की मांग जिला पदाधिकारी से की है। अब वैसे लोगों की खोज जोर-शोर से हो रही है।

कर्मचारी से मांगा गया है स्पष्टीकरण

पालीगंज बीडीओ चिरंजीवी पांडेय ने बताया कि  जांच के दौरान दोनों महिलाएं दोषी पाईं गईं। दोनों के खिलाफ पालीगंज थाने में प्राथमिकी दर्ज कराने का आदेश दिया गया है। साथ ही मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करने वाले कर्मचारी से भी स्पष्टीकरण मांगा गया है।

महिलाओं की गिरफ्तारी के लिए चल रही छापेमारी

पालीगंज थाना में तैनात सब इंस्पेक्टर प्रदीप किशोर सिन्हा ने बताया कि उक्त मामले में पालीगंज थाना कांड संख्या 15/2020 के तहत दोनों महिलाओं पर मामला दर्ज किया गया है। पुलिस आरोपित दोनों महिलाओं की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी कर रही है।

टीम गठित कर की जा रही कार्रवाई

पालीगंज अनुमंडलाधिकारी सुरेन्द्र प्रसाद ने बताया कि मामले की जांच के लिए पालीगंज बीडीओ के नेतृत्व में टीम गठित की गई है। जांच प्रतिवेदन आने के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।


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