घंटों चला ड्रामा: महिला ने थाने में पुलिसवालों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा, लगाया ये आऱोप
पति के खिलाफ दिए गए आवेदन के बाद भी पुलिस ने पति को गिरफ्तार नहीं किया तो पत्नी थाने पहुंची और पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा। घंटो ये ड्रामा चलता रहा।
पटना [जेएनएन]। पति को गिरफ्तार नहीं करने को लेकर नाराज पत्नी ने महिला थाने में जमकर उत्पात मचाया। उसने पुलिसकर्मियों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा और थाने का सारा सामान फेंक दिया और गमला फेंककर पुलिस की जिप्सी का शीशा भी तोड़ दिया। महिला के हमले से थानाप्रभारी को काफी चोटें आईं हैं।
कदमकुआं के लोहनीपुर की रहने वाली डॉली नामक महिला ने गुरुवार की शाम महिला थाने में हाई-वोल्टेज ड्रामा किया। उसने थाने के सरिस्ता में रखे सामान को फेंक दिया। थाना प्रभारी और बीएमपी की जवानों की पिटाई कर दी। सीढ़ी पर रखा फूलदान फेंककर सरकारी जिप्सी के शीशे तोड़ डाले। थाने के अंदर से लेकर बाहर तक हाई-वोल्टेज ड्रामा होता रहा। पिटाई से थाना प्रभारी के हाथ में गंभीर चोटें आई हैं।
बीएमपी की कुछ महिला जवान भी घायल हो गईं। किसी तरह पुलिसकर्मियों ने उसपर काबू पाया। सूचना पाकर सचिवालय डीएसपी आरके प्रभाकर भी पहुंचे। डीएसपी ने बताया कि डॉली मानसिक रूप से परेशान दिख रही है। उसे एंबुलेंस से इलाज के लिए पीएमसीएच भेजा गया है।
गया जिला निवासी डॉली की शादी लोहानीपुर की रहने वाली पप्पू से हुई थी। पति की प्रताडऩा से परेशान डॉली की मानसिक स्थिति बिगड़ गई। उसका कहना है कि वह फरियाद लेकर महिला थाने में गई थी। कई दिनों से चक्कर काट रही है, लेकिन पुलिस उसके पति को गिरफ्तार नहीं कर रही।
गुरुवार की शाम में वह गई थी तो पुलिसकर्मियों ने उसकी पिटाई कर दुत्कार दिया। उसकी बात नहीं सुनी जा रही थी, इसलिए उसने हंगामा किया। वहीं, पुलिसकर्मियों का कहना है कि वह थाने के बाहर खड़ी होकर गाली दे रही थी। इसके बाद वह पत्थर फेंकने लगी।
जब पुलिसकर्मी उसे समझाने गए तो वह दौड़कर परिसर में घुस गई और गमला से जिप्सी का शीशा तोड़ दिया। इसके बाद थाने के अंदर घुसकर सामान फेंकने लगी। उसे रोकने का प्रयास किया जाने लगा तो उसने पुलिसकर्मियों पर पेपर-वेट फेंककर हमला बोल दिया।
थाना प्रभारी ने बताया कि कुछ महीने पहले गांधी मैदान थाने की पुलिस ने उसे भेजा था। यहां आने पर वह गाली-गलौज करने लगी। मेज पर रखे रजिस्टर के पन्ने फाड़ दिए थे। तब उसके भाई को बुलाकर पूछताछ की गई।
मालूम हुआ कि डॉली की मानसिक स्थिति सही नहीं है। उसे इलाज के लिए कोईलवर मानसिक अस्पताल में भी भर्ती कराया गया था। मायके वाले अब उसे रखना नहीं चाहते। उसका पति ससुराल वालों पर धोखाधड़ी का आरोप लगा रहा है। वह डॉली से कोई संबंध नहीं रखना चाहता है।