बिहार के ये डीएम जब आए छात्र की भूमिका में तो छूटने लगा सबका पसीना, जानिए फिर क्या हुआ
बुधवारी जांच के लिए निकले शेखपुरा के डीएम सावन कुमार जब एक स्कूल में पहुंचे तो छात्र की भूमिका में आ गए। ऐसे में शिक्षक की पेशानी पर बल पड़ गए। डीएम ने स्कूल की व्यवस्था पर संतोष जाहिर किया।
शेखपुरा, जागरण संवाददाता। अक्सर डीएम साहब के स्कूल में पहुंचने, बच्चों के साथ मध्याह्न भोजन करने की खबरें आती रहती हैं। अब शेखपुरा से ऐसी ही खबर आई है। यहां की तस्वीर में नन्हें-मुन्नों के बीच में वे बैठ गए। बच्चे इस बात से अंजान थे कि उनके बीच इतने बड़े अधिकारी बैठे हैं। लेकिन शिक्षक उन्हें देखकर घबरा गए। हालांकि डीएम सावन कुमार के इशारे पर वे पढ़ाते रहे। डीएम ने शिक्षक के पढ़ाने के तरीके की सराहना की।
बुधवारी जांच में निकले थे डीएम
दरअसल बुधवार को क्षेत्र निरीक्षण में निकले डीएम सावन कुमार सदर प्रखंड की कैथमा पंचायत के नीरपुर गांव के प्राथमिक विद्यालय पहुंचे। जांच के लिए डीएम स्कूल पहुंचे तो बिना कुछ बोले सीधे एक कक्षा में चले गए। वहां बच्चे दरी पर बैठकर शिक्षा ग्रहण कर रहे थे। शिक्षक उन्हें पढ़ा रहे थे। अचानक कक्षा में डीएम को देखकर शिक्षक घबरा गए, मगर डीएम ने उन्हें सहज रहते हुए अपनी क्लास करते रहने का इशारा दिया।
दरी पर सबसे पीछे बैठ गए सावन कुमार
इसके बाद वे बच्चों के बीच से होते हुए सबसे पीछे वाली पंक्ति में दरी पर बैठ गए। बच्चों को इस बात का तनिक भी अहसास नहीं हुआ कि ये कोई साधारण छात्र नहीं बल्कि भारत की सबसे बड़ी प्रतियोगिता परीक्षा में सफल होकर जिले की बागडोर संभालने वाले डीएम हैं। डीएम वहां बैठे रहे, शिक्षक क्लास लेते रहे। शिक्षक के पढ़ाने के तरीके पर डीएम ने संतुष्टि जताई। बाद में उन्होंने इस स्कूल को अब तक के अपने निरीक्षण में सबसे टॉप रैंकिंग प्रदान किया। स्कूल की अन्य व्यवस्था पर भी उन्होंने संतोष प्रकट किया।
स्कूल की व्यवस्था पर जताई संतुष्टि
डीपीआरओ सोनी कुमारी ने बताया पिछले लगभग सात सप्ताह में निरीक्षण के दौरान डीएम ने इस विद्यालय की व्यवस्था को सबसे बेहतर आंका है। डीएम ने नीरपुर के ही आंगनबाड़ी केंद्र 74 का औचक निरीक्षण किया, जो बंद मिला। इसपर सीडीपीओ और महिला पर्यवेक्षिका को कारण बताओ नोटिस जारी किया गया है।