बिहार विधान परिषद की सात सीटों पर मतदान 20 जून को, किस दल को कितनी सीटें मिलने की उम्मीद, जानिए विश्लेषण
Bihar MLC Chunav 2022 बिहार विधान परिषद की सात सीटों के लिए चुनाव कार्यक्रम की घोषणा कर दी गई है। भारत निर्वाचन आयोग के अनुसार इन सीटों के लिए नामांकन दो जून को शुरू होगा। यह नौ जून तक चलेगा।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar MLC Chunav 2022: भारत निर्वाचन आयोग (Election Commission of India) ने बिहार विधान परिषद (Bihar Legislative Council) की सात सीटों पर मतदान की घोषणा कर दी है। विधान परिषद के सातों सदस्यों का कार्यकाल 21 जुलाई को समाप्त हो रहा है। इन सातों सीटों पर नामांकन की प्रक्रिया दो जून से आरंभ हो जाएगी। मतदान 20 जून को कराया जाएगा। बिहार विधानसभा कोटे से निर्वाचित जिन सात सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है उसमें अर्जुन सहनी, मो कमर आलम, गुलाम रसूल, रोजिना नाजिश, रण विजय कुमार सिंह, मुकेश सहनी और सी पी सिन्हा उर्फ चंदेश्वर प्रसाद सिन्हा शामिल हैं ।
दो जून से नौ जून तक चलेगा नामांकन
आयोग की ओर से जारी प्रेस नोट में बताया गया है कि विधानसभा कोटे की इन सातों सीटों पर नामांकन दो जून से आरंभ होगा जो नौ जून तक चलेगा । नामांकन पत्रों की जांच 10 जून को होगी जबकि नाम वापसी की अंतिम तिथि 13 जून निर्धारित की गयी है। सातों सीटों के लिए मतदान 20 जून को सुबह नौ बजे से चार बजे तक होगा। मतों की गणना 20 जून को ही शाम पांच बजे से होगी।
21 जुलाई को समाप्त हो रहा सात सदस्यों का कार्यकाल
बता दें कि 75 सदस्यीय विधान परिषद में वर्तमान में विधायकों द्वारा निर्वाचित किए जाने वाले सदस्यों की संख्या 27 है। इसी 27 में सात सीटें रिक्त हो रही हैं। विधान परिषद की सीटों की बात करें तो इसके अलावा स्नातक और शिक्षक निर्वाचन क्षेत्रों में प्रत्येक के छह-छह यानी 12, स्थानीय निकायों से 24 के साथ राज्यपाल द्वारा मनोनीत 12 सदस्य होते हैं। मनोनयन वाले सदस्य विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्टता रखने वाले होते हैं।
31 विधायक पर होगा एक विधान पार्षद का चुनाव
विधानसभा कोटे की सीट होने की वजह से इसमें मतदाता विधायक होते हैं। विधायकों की संख्या के हिसाब से दलों को सीटें मिलती हैं। अमूमन दल आपसी समझौते के तहत संख्या बल के हिसाब से सीटों का बंटवारा कर लेते हैं। मतदान की स्थिति नहीं बनती है। बिहार विधानसभा की सदस्य संख्या 243 है। संविधान में तय प्रविधान के तहत एक विधान पार्षद को चुनने के लिए 31 विधायकों के मत की जरूरत पड़ती है। सदस्यों की वर्तमान संख्या के हिसाब से भाजपा को सहयोगी दलों की मदद से तीन, राजद को दो, जदयू को एक और वामदल को एक सीट मिलने की उम्मीद है।