इंजीनियर की अकूत संपत्ति का पता चला, विजिलेंस की जांच जारी
आय से अधिक संपत्ति मामले का पता चलने पर विजिलेंस की टीम ने नवादा में कार्यरत इंजीनियर के घर और कार्यालय पर धावा बोला है और छापेमारी जारी है।
पटना [जेएनएन]। निगरानी अन्वेषण ब्यूरो (विजिलेंस) ने नवादा जिला परिषद के करोड़पति कनीय अभियंता शैलेंद्र प्रसाद सिंह के नवादा और पटना स्थित चार ठिकानों पर एकसाथ छापेमारी कर करोड़ों की चल व अचल संपत्ति का पर्दाफाश किया है। छापेमारी की कार्रवाई कनीय अभियंता के नवादा जिला स्थित मकान, पाली (नवादा) स्थित गांव, दफ्तर और पटना में बहादुरपुर थाना क्षेत्र के अलका कॉलोनी स्थित आवास पर की गई है।
जानकारी के अनुसार कनीय अभियंता की काली कमाई का साम्राज्य नवादा से लेकर पटना और दिल्ली तक फैला हुआ है। उसके ठिकानों से जमीन की खरीद से संबंधित कुल दस डीड, 30 बैंक खाते, बैंक लॉकर और 90 हजार की नकदी बरामद की गई है।
निगरानी ने बैंक लॉकर को सील कर दिया है तथा सभी 30 बैंक खातों को फ्रीज करने की कार्रवाई शुरू कर दी है। निगरानी सूत्रों ने बताया कि कनीय अभियंता शैलेंद्र प्रसाद सिंह वर्ष 1982 से सरकारी सेवा में हैं। इस दौरान उन्होंने करोड़ों की काली कमाई की है।
उसके ठिकानों से दिल्ली समेत कई अन्य शहरों में जमीन और मकान की खरीद से संबंधित दस्तावेज भी मिले हैं। इन दस्तावेजों की जांच की जा रही है। कनीय अभियंता का नवादा के शहरी क्षेत्र में आलीशान मकान है। इस मकान की कीमत 50 लाख से भी अधिक आंकी जा रही है। अभियंता ने अपने पाली स्थित गांव में भी भव्य मकान बना रखा है।