उपेंद्र कुशवाहा ने CM नीतीश को किया चैलेंज- झूठा साबित हुआ तो संन्यास ले लूंगा
एनडीए और बिहार के सीएम नीतीश कुमार से नाराज चल रहे रालोसपा सुप्रीमो उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा में सुधार की बातें कीं तो मुझसे लोगों ने बैर पाला आरोप लगाए। आरोप साबित करें।
पटना, जेएनएन। एनडीए में सीट शेयरिंग को लेकर नाराज चल रहे रालोसपा प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर सीधा हमला बोला है और कहा है कि मुझपर जो भी आरोप लगाए गए हैं, वो अगर साबित हो जाएं तो मैं मंत्री पद छोड़ना क्या, राजनीति से भी संन्यास ले लूंगा। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि पीएम ही मुझे मंत्रिमंडल से बर्खास्त कर सकते हैं, बाकी किसी के करने से कुछ नहीं होगा। मई महीने तक मैं सरकार में मंत्री हूं।
पटना स्थित रालोसपा कार्यालय में आयोजित प्रेस कानफ्रेंस को संबोधित करते हुए उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि मुझपर राज्य सरकार ने आरोप लगाया है कि मैंने केंद्रीय मंत्री रहते हुए बिहार में शिक्षा के लिए कुछ नहीं किया? तो अब इसका जवाब राज्य सरकार को देना पड़ेगा। मेरे मंत्रालय ने जितने प्रस्ताव दिए उसपर काम नहीं किया गया। केंद्रीय विश्वविद्यालय के प्रस्ताव पर जमीन तक उपलब्ध नहीं करायी गई।
उन्होंने कहा कि बिहार सरकार अगर शिक्षा में सुधार करे तो हम सब अपमान भूल जाएंगे। उन्होंने बिना नाम लिए कहा कि जिन्हें मुझसे बैर है, वो रखें बैर, लेकिन जनता ने क्या किया है? जनता से बैर क्यों कर रहे? बिहार की जनता और जनहित के मुद्दे पर राजनीति नहीं करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं काम करना चाहता था लेकिन उसमें राज्य सरकार ने अड़ंगा डाला।
उपेंद्र कुशवाहा ने सरकार से शिक्षा में सुधार के लिए बिंदुवार प्रश्न पूछा और कहा कि मैंने कई विद्यालयों की समस्याओं को उजागर किया और कमियां बताईं तो मुझपर अपमानित किया गया।
उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कि शिक्षा में सुधार के लिए आंदोलन करेंगे। सेंट्रल स्कूल की जमीन के लिए आंदोलन करेंगे। उन्होंने कहा कि हम 8 और 9 दिसंबर को नवादा और औरंगाबाद के देवकुंड में में उपवास करेंगे।