यूपी चुनाव को लेकर भाजपा से नहीं बनी बात, 51 प्रत्याशियों को मैदान में उतार सकता है जदयू
दो दिनों से इस संभावना को लेकर इंतजार किया जा रहा था कि भाजपा की ओर से जदयू के लिए कुछ सीटों की घोषणा होगी। शुक्रवार देर शाम तक इस बारे में किसी भी तरह का संदेश जदयू को नहीं मिला।
राज्य ब्यूरो, पटना। यूपी विधानसभा चुनाव के लिए आखिरकार भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाइटेड (जदयू) के बीच सीटों को लेकर बता नहीं बन पाई है। विगत दो दिनों से इस संभावना को लेकर इंतजार किया जा रहा था कि भाजपा की ओर से जदयू के लिए कुछ सीटों की घोषणा होगी। शुक्रवार देर शाम तक इस बारे में किसी भी तरह का संदेश जदयू को नहीं मिला। जदयू के वरिष्ठ नेता व यूपी के पार्टी प्रभारी केसी त्यागी ने इस संबंध में बताया कि शनिवार को जदयू अपने प्रत्याशियों का ऐलान कर देगा। बता दें कि उत्तर प्रदेश में अगले महीने से इलेक्शन होने हैं। राज्य की 403 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होना है।
जदयू सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार उन सभी 51 लोगों को जदयू चुनाव मैदान में उतारेगा जिन्होंने इलेक्शन लड़ने का आवेदन पार्टी की प्रदेश इकाई को दिया हुआ है। पूर्व में जब भाजपा के साथ सीट शेयरिंग के साथ चुनाव मैदान में जाने की बात थी तब जदयू ने तीस प्रत्याशियों की सूची भाजपा नेतृत्व को सौंपी थी। जदयू के यूपी प्रभारी केसी त्यागी ने कहा कि जदयू किसी एक इलाके में चुनाव नहीं लड़ेगा। बिहार से सटे विधानसभा क्षेत्रों के अतिरिक्त पार्टी पूर्वांचल की अन्य सीटों, पश्चिमी उत्तर प्रदेश तथा सेंट्रल यूपी से भी अपने प्रत्याशी उतारेगा।
जातीय जनगणना का मसला भी रहेगा आगे
त्यागी ने कहा कि बिहार में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के नेतृत्व में हुए सामाजिक बदलाव को मतदाताओं के समक्ष रखा जाएगा। बिहार में अति पिछड़ा वर्ग के लिए किए गए कार्यों पर चर्चा होगी। पूर्वांचल में यह अनुभव रहा है कि सीएम नीतीश कुमार की जहां-जहां सभाएं हुई थीं वहां बड़ी संख्या में लोगों की भीड़ जुटी थी। पार्टी ने अभी यह तय नहीं किया है कि यूपी चुनाव में उसके स्टार प्रचारक कौन होंगे। जदयू पूरी ताकत के साथ चुनाव मैदान में उतरने की तैयारी में है। त्यागी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना कराए जाने का मसला भी यूपी चुनाव में जदयू आगे करेगा।