अनोखी प्रदर्शनीः यहां है दस किलो की लौकी तो जापान का सुगंधित पुदीना
पटना के राजेंद्र मंडप में गुरुवार से एक एेसी अनोखी प्रदर्शनी की शुरुआत हुई है जहां फल, फूल और सब्जियां लोगों को आकर्षित कर रही हैं।
पटना, जेएनएन। कुछ फूल एेसे भी होते हैं जिन्हें तोड़ने का मन नहीं करता। कुछ सब्जियां एेसी भी होंती हैं जिन्हें खाने का मन नहीं करता। जब नजर के सामने दस किलो का कद्दू और मधुबनी का अफ्रीकन गेंदे का फूल हो तो एेसे ही विचार मन में आएंगे न। ये नजारा है पटना के राजभवन स्थित राजेंद्र मंडप में लगी उद्यान प्रदर्शनी का।
प्रदर्शनी में जमुई जिले का कद्दू तो बक्सर का फूलगोभी तो मधुबनी का अफ्रीकन गेंदे का फूल और औषधीय पौधे सभी का ध्यान आकर्षित कर रहे हैं। विभिन्न जिलों से आए किसान अपने साथ लाए उत्कृष्ट उत्पाद को लेकर परिसर में मौजूद हैं। उद्यान प्रदर्शनी का संयोजन बिहार कृषि विवि, सबौर कर रहा है। प्रदर्शनी में राज्य के जिला कृषि पदाधिकारियों एवं सहायक निदेशक उद्यान के माध्यम से राज्य के उत्कृष्ट फल, सब्जी, फूल एवं सुगंधित पौधे के उत्पादक किसानों को प्रदर्शनी में आमंत्रित किया गया है। बिहार कृषि विवि उद्यान विभागाध्यक्ष डॉ. मोहम्मद फिजा अहमद ने कहा कि प्रदर्शनी में उत्कृष्ट फल, सब्जी, फूल, सुगंधित पौधे को प्रदर्शित करने वाले किसानों को पुरस्कृत कर सम्मानित किया जाएगा। इसमें पहला पुरस्कार तीन हजार, दूसरा पुरस्कार दो हजार एवं तृतीय पुरस्कार एक हजार रुपये दिया जाएगा।
दिख रही पूरे बिहार की झलक
उद्यान प्रदर्शनी में नालंदा उद्यान महाविद्यालय, बिहार कृषि विद्यालय सबौर से कपूर, अश्वगंधा आदि के औषधीय पौधे के साथ ब्लैक गुवाया, स्वीट विलियम, शोभकारी पत्तागोभी, स्टॉक, स्टेविया आदि विभिन्न प्रकार के फूल प्रदर्शनी में लोगों को अपनी आकर्षित कर रहा है। दूसरी ओर रोहतास का स्ट्राबेरी, पश्चिमी चंपारण का जापानी पुदीना, पूर्णिया का चुकंदर, भागलपुर का केला, कटिहार और बक्सर का बेर अपनी मिठास से प्रदर्शनी में चार-चांद लगाएगा।
रोहतास के मिर्चे के सभी दीवाने
मधुबनी का अफ्रीकन गेंदा व रोहतास का मिर्चा प्रदर्शनी में आकर्षण बना है। कृषि विवि सबौर के उद्यान विभागाध्यक्ष डॉ. मोहम्मद फिजा अहमद ने कहा कि प्रदर्शनी में 500 से अधिक किसान अपने उत्पादों को प्रदर्शित करने के साथ लोगों का ध्यान आकर्षित करेंगे। अहमद ने कहा कि इस प्रकार की प्रदर्शनी आयोजन करने से किसानों का मनोबल बढ़ने के साथ बिहार के फल-फूल एवं अन्य सामग्री दूसरे राज्यों में भी अपना स्थान बनाएगी।
जैविक खेती से तैयार किया गया कद्दू
उद्यान प्रदर्शनी को लेकर विभिन्न जिलों से आए किसानों के चेहरे पर खुशी की लहर दिख रही थी। प्रदर्शनी में बिहार के लगभग सभी जिलों से किसान अपने विभिन्न प्रकार के उम्दा फल, फूल, औषधीय पौधे साथ लाए हैं। जमुई से आए आनंदी यादव प्रदर्शनी के लिए अपने साथ कद्दू लाए हैं, जिसका वजन 10 किलो से ज्यादा बताया जा रहा है। आनंदी ने कहा कि जैविक खेती के माध्यम से इसे तैयार किया गया है। वहीं रोहतास के मनोज कुमार सिंह अपने साथ सुंदरी अमरूद लेकर आए हैं, तो वैशाली से संजय कुमार सिंह सूरन लेकर आए हैं। कहा कि प्रदर्शनी से उनको काफी जानकारी मिलेगी।