अश्विनी चौबे का बड़ा बयान-बेटे पर आरोप सिद्ध हो गया तो राजनीति छोड़ दूंगा
केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने अपने बेटे अर्जित शाश्वत पर भागलपुर के नाथनगर में हुई झड़प का आरोप लगने के बाद कहा है कि अगर मेंरे बेटे पर आरोप सिद्ध हुआ तो राजनीति छोड़ दूंगा।
पटना [जेएनएन]। भागलपुर के नाथनगर में नववर्ष जागरण समिति के द्वारा रैली निकाली गई थी, जिसके बाद दो पक्षों में हुई मारपीट ने हिंसा का रूप ले लिया और इस रैली को लीड कर रहे केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे के बेटे अर्जित शाश्वत पर रैली के दौरान भड़काऊ भाषण देकर लोगों को उकसाने का आरोप लगा है। जुलूस के बाद दो पक्षों में हुई हिंसक झड़प में 60 लोग घायल हो गए थे।
इधर, केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे ने बड़ा बयान देते हुए कहा है कि अगर मेरे बेटे पर लगे आरोप सही पाए गए और सिद्ध हो गये तो मैं राजनीति से सन्यास ले लूंगा। उन्होंने कहा कि इस मामले में मेरे बेटे को जान-बूझकर फंसाया जा रहा है।
रैली का आयोजन हिंदू नववर्ष के उपलक्ष्य में नववर्ष जागरण समिति द्वारा किया गया था। यह 15 किलोमीटर लंबे रास्ते से होकर गुजरी जिसमें आधा दर्जन मुस्लिम बहुल इलाके शामिल हैं। झड़प नाथनगर पुलिस स्टेशन के अंतर्गत आने वाले मेदिनी चौक पर हुई। यह इलाका मुस्लिम बहुल है।
लालमाटिया आउटपोस्ट के इंचार्ज संजीव कुमार जो इस समय नाथनगर में तैनात हैं, उन्होंने कहा कि रैली में शामिल लोगों द्वारा उकसाने वाले नारे लगाए गए। जिससे सांप्रदायिक तनाव बढ़ा।
अर्जित ने कहा-जांच कर लीजिए
इन आरोपों को मंत्री के बेटे अर्जित शाश्वत ने सिरे से खारिज किया है। उन्होंने कहा कि यह मोटरसाइकिल रैली थी। मैं स्थल से लगभग 3-4 किलोमीटर दूर था तभी पत्थरबाजी शुरू हो गई। मेरे आगे पुलिस जीप चल रही थी। आप घटना की पुष्टि के लिए वीडियो क्लिप्स की जांच कर सकते हैं जिससे आपको पता चल जाएगा कि मैंने क्या कहा।
मंत्री ने कहा था-मुझे गर्व है कि अर्जित मेरा बेटा है
इस मामले पर केंद्रीय मंत्री चौबे ने कहा था कि मुझे गर्व है कि अरिजीत मेरा बेटा है। सभी भाजपा कार्यकर्ता मेरे बेटे की तरह हैं। हिंदू नव वर्ष को मनाने के लिए आयोजित की गई रैली का प्रतिनिधित्व करने में क्या गलत है? क्या मां भारत की बात करना गलत है? क्या वंदे मातरम कहना गलत है?
नाथनगर पुलिस ने कहा-एफआइआर दर्ज की गई है
नाथनगर पुलिस स्टेशन के पुलिस अधिकारी ने कहा- दो समुदायों के बीच हुई इस झड़प में तीन पुलिसवाले जख्मी हो गए हैं। हमारे सर्वोत्तम प्रयासों के बावजूद, पत्थरबाजी 45 मिनटों तक जारी रही। भागलपुर से एसएसपी मनोज कुमार ने बताया कि अज्ञात लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
कौन हैं अर्जित शाश्वत
अर्जित शाश्वत बीजेपी के नेता हैं और भागलपुर विधान सभा सीट से साल 2015 में विधान सभा चुनाव लड़ चुके हैं। हालांकि, वो चुनाव हार गए। उनके पिता और केंद्रीय मंत्री अश्विनी चौबे भागलपुर से चार बार विधायक रहे हैं और राज्य सरकार में भी मंत्री रहे हैं। 40 साल के अर्जित आईटी इंजीनियर हैं। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की साडरान फ्रांस यूनिवर्सिटी से साल 2006 में एमबीए किया है। वो पेशे से वो व्यवसायी हैं और मोटरसाइकिल के डीलर हैं।