ट्रेन में लूटपाट का विरोध करने पर दो यात्रियों को नीचे फेंका, एक की मौत
ट्रेन में अपराधियों ने पहले सीट के लिए विवाद किया, फिर यात्रियों से जमकर लूटपाट की। विरोध करने पर उन्होंने दो यात्रियों को रनिंग ट्रेन से फेंक दिया। उनमें एक यात्री की मौत हो गई।
सारण [जेएनएन]। पूर्वोत्तर रेलवे के छपरा-बलिया रेलखंड पर देर रात अपराधियों ने चंडीगढ़-डिब्रूगढ़ एक्सप्रेस में धावा बोलकर लूटपाट करने के बाद चलती ट्रेन से दो यात्रियों को फेंक दिया। एक यात्री की घटनास्थल पर ही मौत हो गई, जबकि गंभीर रूप से घायल दूसरे यात्री को सदर अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दोनों चचेरे भाई हैं और मधेपुरा के रहने वाले हैं।
जानकारी के मुताबिक चंडीगढ़ से डिब्रूगढ़ जाने वाली एक्सप्रेस में मधेपुरा जिले के माखन थाना क्षेत्र के बहरपुरवा गांव निवासी राम बहादुर यादव के पुत्र अमित कुमार तथा सत्येंद्र यादव के पुत्र संजीव कुमार यात्रा कर रहे थे। दोनों चचेरे भाई लुधियाना में चढ़े थे। लखनऊ में ट्रेन में पांच छह-युवक चढ़े और बैठने को लेकर विवाद शुरू हुआ। इसपर दोनों यात्रियों के साथ युवकों ने मारपीट की।
घायल अमित कुमार ने बताया कि शनिवार की रात ट्रेन जब बलिया पहुंची तो काफी रात हो गई थी। अपराधियों ने अमित और संजीव के साथ लूटपाट शुरू कर दी। संजीव के हाथ को बांध दिया। अपराधियों ने लूटने के बाद संजीव को मांझी स्टेशन के समीप चलती ट्रेन से फेंक दिया। उसके बाद अमित को फेंका गया।
ट्रेन से गिरे संजीव की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। रिविलगंज के पास घायल अमित कुमार को देख स्थानीय लोगों ने इसकी जानकारी जीआरपी थाना छपरा को दी। उसके बाद जीआरपी ने अमित को सदर अस्पताल में भर्ती कराया।
अमित ने बताया कि मांझी पुल के पास अपराधियों ने उनके साथ लूटपाट शुरू कर दी। जब विरोध किया तो दोनों को चलती ट्रेन से फेंक दिया और उनके 15 हजार रुपये और सारे सामान लेकर फरार हो गए। अमित के अनुसार वे लुधियाना में एक चावल मिल में काम करते थे। छुट्टी लेकर वे मधेपुरा के लिए निकले थे।
घटना की सूचना मिलते ही एसडीपीओ अजय कुमार सिंह ने सदर अस्पताल पहुंचकर पीडि़त का बयान दर्ज किया। पुलिस अधीक्षक हरकिशोर सिंह ने बताया कि मांझी थाना में भी एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। मृतक युवक के मुंह से झाग भी निकल रही थी। इससे लगता है कि नशाखुरानी गिरोह ने दोनों को जहर खिलाकर लूटने का प्रयास किया है। जब विरोध किया तो अपराधियों ने दोनों को चलती ट्रेन से फेंक दिया।