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गेस्ट हाउस के कमरे से दो लाख के जेवरात और नकदी बरामद

पटना रेल पुलिस ने एक चोर की जेब से मिली चाबी के आधार पर फुलवारीशरीफ के गेस्ट हाउस में की छापेमारी

By JagranEdited By: Published: Wed, 22 May 2019 11:59 PM (IST)Updated: Thu, 23 May 2019 06:27 AM (IST)
गेस्ट हाउस के कमरे से दो लाख के जेवरात और नकदी बरामद
गेस्ट हाउस के कमरे से दो लाख के जेवरात और नकदी बरामद

पटना। पटना रेल पुलिस ने एक चोर की जेब से मिली चाबी के आधार पर फुलवारीशरीफ के पेठिया बाजार स्थित उमा गेस्ट हाउस के कमरे से दो लाख रुपये के जेवरात और 25 हजार एक सौ नकदी बरामद की। इसके अलावा कमरे से आधा दर्जन एटीएम कार्ड और कई महिलाओं के आधार कार्ड एवं पहचानपत्र के साथ लेडिज पर्स भी मिले हैं। पहचानपत्र से महिलाओं के नंबर लेकर रेल पुलिस उनसे संपर्क कर रही है। इसके बाद पता चल पाएगा कि किस महिला के जेवरात हैं। साथ ही गिरफ्तार चोर मो. नियाज को रिमांड पर लेकर पूछताछ की तैयारी है, ताकि चोरी के गहने खरीदने वाले दुकानदार की पहचान हो सके।

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दरअसल, 19 मई को जयनगर से आनंद विहार टर्मिनल जाने वाली गरीब रथ एक्सप्रेस में राजेश झा से सफर कर रहे थे। ट्रेन जब मोकामा से खुली तो उन्होंने देखा कि चोर उनकी पत्नी का पर्स लेकर भाग रहा है। उनके शोर मचाने पर बोगी के दूसरे यात्री भी सक्रिय हो गए और चोर को पकड़ लिया। इसके बाद उसे पटना जंक्शन जीआरपी के हवाले कर दिया गया। यहां इंस्पेक्टर रवि प्रकाश सिंह ने उससे पूछताछ की, जिसमें चोर की पहचान भोजपुर जिले के पीरो थाना अंतर्गत वार्ड नंबर सात निवासी मो. नियाज शाह के रूप में हुई। नियाज ने सख्ती से पूछने के बावजूद अन्य किसी घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार नहीं की। पुलिस को उसकी जेब से एक चाबी मिली, जिसमें उमा गेस्ट हाउस की की-रिग लगी थी। इसी को आधार मानकर रेल पुलिस उपाधीक्षक पूनम केसरी के नेतृत्व में जांच शुरू की गई।

चार दिन में जमा कर लिए लाखों के जेवर

पुलिस टीम जब उमा गेस्ट हाउस पहुंची और रजिस्टर की जांच की तो पता चला कि नियाज 15 मई से कमरा नंबर जी-9 में रुका था। उसने पहचानपत्र के रूप में आधार कार्ड भी दिया था। गेस्ट हाउस के मैनेजर के सामने पुलिस ने कमरे की तलाश ली, जहां से जेवरात, नकदी, लेडिज पर्स और पहचानपत्र मिले। पुलिस यह देखकर दंग रह गई कि मात्र चार दिन में नियाज ने लाखों रुपये की संपत्ति चोरी कर ली। इनमें समस्तीपुर निवासी यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया की अधिकारी रश्मि का आइ-कार्ड मिला। कयास है कि उनके साथ भी चोरी की घटना हुई। इसके अलावा मीना कुमारी और रश्मि कुमारी के नाम पर बने आधार कार्ड बरामद हुए।

फौजी बनकर ट्रेन में घूमता था नियाज

नियाज ने फौजी की तरह छोटे बाल रखे थे। उसकी कद-काठी भी जवानों जैसी है। ट्रेनों में भी वह फौजी बनकर घूमता था। पुलिस ने जब चलती ट्रेन में उसे गिरफ्तार किया तो उसके पास टिकट नहीं थी। कोच अटेंडेंट ने पुलिस को बताया कि नियाज खुद को फौजी बताकर ट्रेन में चढ़ा था और कहा था कि टीटीई से वैध टिकट बनवा लेगा। पुलिस उसका आपराधिक इतिहास खंगाल रही है। संभावना है कि दूसरे जिलों में भी उसने चोरी की घटनाओं को अंजाम दिया है। वह अकेले ही चोरी की वारदातें करता था।


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