खुलासा: मुजफ्फरपुर की तरह गोपालगंज शेल्टर होम से भी दो लड़कियां लापता
बिहार में मुजफ्फरपुर शेल्टर होम में यौन शोषण व लड़कियों के लापता होने का मामला अभी गर्म है। इसी बीच गोपालगंज शेल्टर होम से भी दो लड़कियों के गायब होने मामला सामने आ गया है।
पटना [जेएनएन]। बिहार के मुजफ्फरपुर स्थित शेल्टर होम में यौन शोषण तथा वहां से आधा दर्जन लड़कियों के लापता होने की घटना से सनसनी मची है। इस बीच सूबे के गोपालगंज शेल्टर होम से भी दो लड़कियों के लापता हो जाने का मामला सामने आया है। खास बात यह है कि घटना के नौ महीने बाद तक शेल्टर होम प्रबंधन ने इसकी एफआइआर दर्ज नहीं कराई है। इस शेल्टर होम की गतिविधियों को स्थानीय लोगों ने संदिग्ध बताया है।
दर्ज कराया गुमशुदगी का सनहा
मिली जानकारी के अनुसार 5 अक्टूबर 2017 को गोपालगंज के जादोपुर रोड स्थित सरेया में संचालित शेल्टर होम से दो लकड़ियां लापता हो गईं। इसके बाद शेल्टर होम व जिला प्रशासन ने मामले को गंभीरता से नहीं लिया। जिला प्रशासन ने केवल गुमशुदगी का सनहा दर्ज किया। घटना के बाद लापरवाह कर्मियों और पदाधिकारियों के खिलाफ कोई कार्रवाई भी नहीं की गयी। लापता लड़कियां कहां गईं, आज तक नहीं पता चला है।
देवरिया व ठाणे की हैं लड़कियां
गोपालगंज के जिला परियोजन प्रबंधक(डीपीएम) प्रेम प्रकाश ने बताया कि लापता लड़कियां दूजा और अनुराधा क्रमश: उत्तर प्रदेश के देवरिया और महाराष्ट्र के ठाणे की रहनी वाली हैं।
रात में संदिग्ध लोगों की आवाजाही
शेल्टर होम प्रबंधन ने इनकार किया, लेकिन गोपालगंज के हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के जिलाध्यक्ष पंकज सिंह राणा के अनुसार यहां देर रात तक संदिग्ध लोगों की आवाजाही लगी रहती थी। लड़कियों को भी बाहर भेजा जाता था। उनके अनुसार उन्होंने गोपालगंज जिला प्रशासन को इसकी सूचना दी, लेकिन कार्रवाई नहीं की गई। इसी के परिणामस्वरूप दो लड़कियां संदिग्ध परिस्थितियों में लापता हो गईं।
शेल्टर होम जिस किराए के मकान में है, उसके मालिक अमित कुमार भी यहां की गतिविधियों से परेशान बताए जाते हैं। कहते हैं कि यहां आये दिन मारपीट तथा बाहरी लोगों की आवाजाही से परेशानी होती है। घटना की बाबत डीपीएम प्रेम प्रकाश ने कहा कि वे सम्बंधित पदाधिकारी व जिला प्रशासन को अपनी रिपोर्ट भेज चुके हैं।