पटना में गिरफ्तार आतंकियों ने किया खुलासा- निशाने पर थे देश के कई बौद्ध धार्मिक स्थल
बिहार की एटीएस टीम ने रेलवे स्टेशन के पास से दो आतंकियों को गिरफ्तार किया है। उनके पास कई संदिग्ध कागजात मिले हैं। उनके तार पुलवामा हमले से भी जुड़ रहे हैं।
पटना [जेएनएन]। बिहार पुलिस की एटीएस (आतंक निरोधी दस्ता) ने सोमवार को दो आतंकियों को गिरफ्तार किया। पटना जंक्शन के पास पकड़े गए दोनों आतंकी बांग्लादेश में प्रतिबंधित संगठन जमीयत-उल-मुजाहिद्दीन से जुड़े हैं। एटीएस ने जिन दो आतंकियों खैरू मंडल और अबू सुल्तान को दबोचा है वे बांग्लादेश के झेनौदा परगना जिले, महेशपुर थाना, चापातल्ला के रहने वाले हैं। उनके तार पुलवामा हमले से भी जुड़े बताए जा रहे हैं।
पुलिस की अब तक की पूछताछ में पता चला है कि बिहार सहित देश भर के बौद्ध धार्मिक स्थल आतंकवादियों के निशाने पर हैं। आतंकी तमाम बौद्ध धार्मिक स्थलों की रेकी कर रहे थे। मामले में बांग्लादेश के आतंकवादी संगठन और दुनिया के सबसे खूंखार आतंकवादी संगठनों में शुमार आइएसआइएस का हाथ सामने आया है।
एटीएस अधिकारियों की मानें तो दोनों ही आतंकवादी पिछले 11 दिनों से गया में ठहरे हुए थे। इनकी मंशा सीरिया जाकर आइएसआइएस को ज्वाइन करना और जेहाद के लिए लडऩा था।
पुलिस ज्वाइनिंग पेपर की फोटो कॉपी बरामद
एटीएस की पूछताछ में पता चला कि खैरू मंडल और अबू सुल्तान प्रतिबंधित आतंकवादी संगठन जमीयत उल मुजाहिद्दीन बांगलादेश और इस्लामिक स्टेट बांगलादेश के सक्रिय सदस्य हैं। नुरूल होदा मासूम, रिंकू मंडल और सैफुर को बांगलादेश की पुलिस पहले गिरफ्तार कर जेल भेज चुकी है।
दोनों के पास से पुलवामा हमले के बाद जम्मू-कश्मीर में पारा मिलिट्री फोर्स में हुए जवानों की ज्वाइनिंग और उससे जुड़े दस्तावेजों की फोटो कॉपी मिली है। यही नहीं, आइएसआइएस सहित दूसरे आतंकवादी संगठनों के कई दस्तावेज भी बरामद किए गए हैं।
दो फर्जी भारतीय मतदाता परिचय पत्र, एक फर्जी पैनकार्ड, नई दिल्ली से हावड़ा व गया से पटना का रेल टिकट और कोलकाता से गया के महारानी एक्सप्रेस बस का टिकट भी इनके पास से बरामद किया गया है।