बंधन बैंक डकैती कांड में दो बदमाश गिरफ्तार
छानबीन में पुलिस ने 130 से अधिक सीसीटीवी के फुटेज खंगाले।
पटना । बंधन बैंक के डोर स्टेप सेंटर में हुई दिनदहाड़े डकैती मामले में एसआइटी को बड़ी सफलता हाथ लगी है। मंगलवार को एसआइटी ने राजीव नगर थाना क्षेत्र के अमरूदी बगीचे से डकैती में संलिप्त दो बदमाशों पंकज चौधरी और राकेश कुमार को गिरफ्तार कर लिया। दोनों दीघा थाना क्षेत्र के बांस कोठी इलाके के निवासी हैं। पंकज पूर्व में मिसाइल फ्यूज लूट कांड में जेल जा चुका है। डकैती के दौरान राकेश ने लाइनर की भूमिका निभाई थी। एसआइटी ने इनके पास से एक देसी पिस्टल व पांच हजार कैश बरामद किया है। सिटी एसपी मध्य अमरकेश डी. ने बताया कि फरार पांच अन्य बदमाशों की तलाश में पुलिस दबिश दे रही है।
: तीन किलोमीटर के दायरे में खंगाल डाले 130 कैमरे :
17 जनवरी को दोपहर करीब तीन बजे राजीवनगर थाना क्षेत्र के जयप्रकाश नगर में स्थित बंधन बैंक के डोर स्टेप सेंटर में सात बदमाशों ने कर्मचारियों को बंधक बनाकर आठ लाख रुपए लूट लिए थे। एसएसपी गरिमा मलिक ने बदमाशों को दबोचने के लिए एसआइटी का गठन किया था। एसआइटी ने डायल 100 की मदद से राजीव नगर, पाटलिपुत्र और दीघा थाना क्षेत्र से जुड़ 130 सीसी कैमरे का फुटेज खंगालना शुरू किया। बैंक के नीचे किराना स्टोर से पुलिस को फुटेज मिला। इसमें तीन बाइक पर सवार छह बदमाश नाला पार कर मेन रोड से पाटलिपुत्र की तरफ भागते दिखाई दिए। एसआइटी संदेह के आधार पर दीघा, पाटलिपुत्र, राजीव नगर थाना क्षेत्र में उन सभी बदमाशों की कुंडली खंगालनी शुरू की जो पूर्व में लूटकांड में जेल जा चुके हैं या फिर जमानत पर बाहर आए हैं। सूत्रों की मानें तो एसआइटी ने इंदल राय और रवि चौधरी गैंग के कुछ बदमाशों को हिरासत में लेकर पूछताछ की। तकनीकी जांच भी शुरू किया, इसी बीच पता चला कि दीघा के बांस कोठी निवासी पंकज चौधरी घटना के दिन से फरार है। वह पूर्व में रेल से आर्मी के लिए भेजी गई मिसाइल फ्यूज की लूट में शामिल था।
: डोर स्टेप सेंटर में काम करती गिरफ्तार राकेश की पत्नी :
उधर पुलिस सेंटर में तैनात एक-एक कर्मी के बारे में जानकारी जुटा रही थी। तफ्तीश में पता चला कि एक महिला भी सेंटर में काम करती है, जिसका पति भी कभी-कभी यहां आता था। वह घटना के बाद से फरार है। इस बीच पुलिस को कई ऐसे साक्ष्य मिल चुके थे, जिससे साफ हो गया कि पंकज चौधरी और राकेश का डकैती से कनेक्शन है। पुलिस ने दोनों को सोमवार की देर रात गिरफ्तार कर लिया। राकेश ने पुलिस की पूछताछ में बताया कि वह अक्सर पत्नी के साथ सेंटर पर जाता था। इस दौरान उसे इस बात की जानकारी हो गई थी किस समय कितने कर्मी सेंटर में मौजूद रहते हैं और कैश कब रहता है।
दिसंबर के पहले बनी योजना, तीन दिन तक की रेकी :
पिछले वर्ष दीघा थाना क्षेत्र के गेट नंबर 97 पर बंधन बैंक के एक कर्मी से लूट हुई थी। इसमें भी पंकज चौधरी का नाम सामाने आया था। पंकज ने पूछताछ में पुलिस को बताया कि गिरोह में कुल सात लोग शामिल थे। राकेश ने लाइनर की भूमिका निभाई और घटना के बाद पैदल ही फरार हो गया। जबकि पंकज अपने पांच अन्य साथियों के साथ था। सभी तीन बाइक से फरार हो गए। पंकज ने बताया कि वह राजीव नगर में रहने वाले नौबतपुर के कुछ बदमाशों से उसका संपर्क था। करीब डेढ़ माह पूर्व ही इस सेंटर में डकैती की योजना बनाई गई थी।
: नहीं हुआ पैसों का बंटवारा, एडवांस में मिला 50 हजार :
कैश लूटने के बाद पंकज और राकेश अलग हो गए और घर चले गए। जबकि पूरा कैश पांच अन्य बदमाशों के पास था। पंकज और राकेश को डकैती के पहले एडवांस के रूप में उसके साथियों ने 50 हजार रुपए दिए थे। मामला ठंडा होने पर बदमाश लूट की रकम में बंटवारा करने वाले थे।