श्रावणी मेला: कांवड़िया पथ पर कैंप बना सेवा में लगे ये किन्नर, शिवभक्त बोले-अद्भुत
बिहार के सुल्तानगंज से झारखंड के देवघर तक के कांवड़ पथ पर इन दिनों शिवभक्त कांवड़ियाें का तांता लगा है। उनकी सेवा के लिए बना किन्नरों का एक कैंप चर्चा में है। जानिए।
पटना [जेएनएन]। बिहार के भागलपुर स्थित सुल्तानगंज गंगा घाट से झारखंड के देवघर बाबा धाम तक हर साल सावन में विश्व की सबसे बड़ी धार्मिक यात्रा होती है। दोनों जगहों को जोड़ने वाले कांवरिया पथ पर शिवभक्तों की सेवा के लिए जगह-जगह कैंप लगाए जाते हैं। ऐसा ही एक सेवा शिविर है छत्तीसगढ़ के किन्नरों का।
कांवडि़या पथ पर एक सेवा शिविर शिव भक्तों को आकर्षित कर रहा है। खास बात यह है कि इसका संचालन किन्नर कर रहे हैं। किन्नर ही कांवड़ियों के लिए खाना बनाते और उन्हें खिलाते हैं। इतना ही नहीं किन्नर उनके झूठे बर्तन भी धोते हैं।
किन्नरों की सेवा से कांवडि़ए प्रसन्न हैं। शिवभक्त रंजन प्रसाद तथा अनामिका ने बताया कि समाज में किन्नरों को उचित सम्मान नहीं मिलता, लेकिन वे किसी से कम नहीं। छततीसगढ़ के इस किन्नरों ने तो मिसाल पेश की है।
कांवडि़या शिविर में कार्यरत किन्नर ख्याति ने भी कहा कि शिवभक्तों की सेवा से उन्हें जो आत्मसंतोष मिल रहा, वह अद्भुत है।