बड़ा खुलासा: राजद रैली की रात रची गई थी रेल हादसे की साजिश
राजद की रैली की रात को रेल दुर्घटना की साजिश रची गई थी। बंकाघाट के स्टेशन अधीक्षक, आरपीएफ जवान कुमार गौरव की नजर डिरेलमेंट के जखीरे पर पड़ी और बड़ी साजिश का पर्दाफाश हो गया।
पटना [जेएनएन]। राजद की रैली के बाद देर रात पटना के बंकाघाट स्टेशन पर बड़ा रेल हादसा कराने की साजिश रची गई थी। रेल पटरियों पर डिरेलमेंट का सामान रखकर ट्रेन को डिरेल कराने की तैयारी थी। इसी बीच पटरियों के पास निरीक्षण कर रहे बंकाघाट के स्टेशन अधीक्षक और एक आरपीएफ जवान कुमार गौरव की नजर डिरेलमेंट के जखीरे पर पड़ी और बड़ी साजिश का पर्दाफाश हो गया।
जब यह मामला पकड़ में आया उसके कुछ ही देर बाद पटरियों पर से गरीब रथ और इस्लामपुर हटिया गुजरने वाली थी। साजिश रचने वाले बदमाशों से पूछताछ के बाद रेल सुरक्षा बल ने पटना जंक्शन रेलवे कोर्ट में पेश किया। जिसके बाद मंगलवार को पांच बदमाशों को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया।
डिरेल होती ट्रेन की लाइव देखना चाहते थे
आरपीएफ की जांच में यह बात सामने आई कि सुनियोजित साजिश के तहत ट्रेन के डिरेलमेंट की तैयारी की गई थी। मौके पर मौजूद बदमाश डिरेल होती ट्रेन को लाइव देखना चाहते थे। ट्रैक पर 11 मीटर लंबी रेल पटरी रखकर वे आसपास मौजूद थे। लेकिन इसी बीच रेल सुरक्षा बल के एक जवान की नजर रेल की पटरियों पर पड़ी और एक बड़ा हादसा होते-होते बच गया।
11 मीटर लंबा पटरी का टुकड़ा रखा था ट्रैक पर
रैली के दिन डिरेलमेंट की कोशिश की जानकारी मिलने के बाद रेल मंडल में हड़कंप मच गया और मौके पर राजेन्द्रनगर के आरपीएफ इंस्पेक्टर आर आर कश्यप, फतुहा रेल थाना प्रभारी ज्ञानेश कुमार झा और एक अन्य अफसर को भेजा गया। अफसरों ने पाया कि सौ की संख्या में मौके पर लोग मौजूद थे। आरपीएफ ने मौके से लोगों को खदेड़ा और पांच बदमाश पकड़ में आ गए। आनन-फानन में पटरी पर रखे गए 11 मीटर लंबा पटरी के टुकड़े को हटाकर रेल परिचालन शुरू कराया।
सतर्कता से टाला गया हादसा
दरअसल लगातार हो रहे हादसे और राजद की रैली को लेकर पटना में हजारों लोगों की भीड़ जुटी थी। रैली को लेकर दानापुर डिविजन में विशेष सतर्कता बरती जा रही थी। खासकर बढ़े रेल हादसे को लेकर एक-एक रेलकर्मी को चौकस रहने के निर्देश मिले थे।
28 अगस्त की रात जब रैली खत्म हो गई थी और रैली स्पेशल ट्रेनें ट्रैक से गुजरने के बाद पटरियों पर डिरेलमेंट का जखीरा तैयार किया गया। बदमाशों ने घटना को अंजाम देने के लिए उस जगह को चुना जहां से लोगों की पैदल आवाजाही कम होती है।
पूरे घटनाक्रम में फतुहा आरपीएफ पोस्ट में केस संख्या 335/17 के तहत रेलवे एक्ट में मामला दर्ज किया गया है। बदमाशों पर जानबूझकर यात्रियों की जान जोखिम में डालने, रेल परिचालन में बाधा उत्पन्न करने, हंगामा करने, रेलवे के कामकाज में बाधा उत्पन्न करने और प्रतिबंधित क्षेत्र में प्रवेश के मामले दर्ज किये गये हैं।
’ लाइव रेल हादसा देखने की शैतानी करतूत का पर्दाफाश’ 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेजे गए सभी आरोपित’ कुछ देर बाद इस्लामपुर हटिया व गरीब रथ एक्स गुजरने वाली थी
युवकों को साजिश के आरोप में आरपीएफ ने गिरफ्तार किया
मामले की जांच में लगी पुलिस उस समय चौंक गई जब इससे जुड़ा एक विडियो उन्हीं लोगों के पास से मिला। विडियो में रेलवे ट्रैक पर डिरेलटमेंट का सामान रखते कुछ युवक नजर आए। दरअसल इस शैतानी करतूत से सैंकड़ों यात्रियों की जान जा सकती थी। बदमाशों ने बताया कि वे रेल डिरेलमेंट को लाइव देखना चाहते थे इसलिए उन्होंने मिलकर ऐसी योजना बनाई थी।
पटना। जनशताब्दी एक्सप्रेस की डीआरटू (चेयरकार)बोगी में आग लगने के मामले की जांच के लिए रेलवे ने चार सदस्यीय कमेटी गठित की है। डीआरएम आरके झा ने मामले की जांच का जिम्मा दानापुर डिविजन के चार वरीय अधिकारियों को सौंपा है। वरीय मंडल संरक्षा अधिकारी एम के तिवारी, वरीय मंडल इलेक्ट्रिक अभियंता (सामान्य) एके आर्य, आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट सीएम मिश्र और वरीय मंडल यांत्रिक अभियंता अनुपम कुमार चंदन को कमेटी में रखा गया गया। पीआरओ संजय कुमार प्रसाद ने बताया कि प्रथमदृष्टया आग लगने की वजह शॉर्ट सर्किट को माना जा रहा है लेकिन जांच रिपोर्ट आने के बाद ही मामला स्पष्ट हो सकेगा। कमेटी को जल्द से जल्द रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। बताते चलें कि पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म संख्या आठ पर ट्रेन के एक चेयरकार बोगी में आग लग गई थी। मामले में कोई हताहत नहीं हुआ था।