बिहार की लाइफलाइन बनेगा यह पुल, गांधी सेतु के समानांतर होगा निर्माण
बिहार को दो भागों में विभाजित करती गंगा नदी पर गांधी सेतु के समानान्तर एक और पुल बनेगा। कैबिनेट ने इसपर सहमति दे दी है। इस पुल के संबंध में जानने के लिए पढ़ें यह खबर।
पटना [राज्य ब्यूरो]। गांधी सेतु के समानांतर जिस नए फोर लेन पुल निर्माण को केंद्रीय कैबिनेट ने सोमवार को अपनी सहमति प्रदान की वह तकनीकी लिहाज से बिल्कुल ही अलग पुल होगा। गांधी सेतु का निर्माण 46 स्पैन के साथ है, जबकि इसके समानांतर फोर लेन का पुल 23 स्पैन में ही बनेगा। इसकी वजह यह है कि इसका एक स्पैन 240 मीटर का होगा जो गांधी सेतु के स्पैन का दोगुना है।
पटना जीरो माइल से हाजीपुर बीएसएनएल चौक तक बनेगा पुल
समानांतर पुल का एलायनमेंट पटना वाले छोर में जीरो माइल से शुरू होकर, धनुकी मोड़ और बिस्कोमान गोलंबर पहुंचेगा। बिस्कोमान गोलंबर के पहले जो रोड ओवरब्रिज (आरओबी) है, वहां से एप्रोच रोड एलिवेटेड हो जाएगा।
पटना वाले छोर में आठ लेन का एप्रोच रोड है। इस वजह से वर्तमान में जो आरओबी है उसमें भी चार लेन और बढ़ाए जाएंगे। गायघाट के समीप ज्यूडिशियल एकेडमी के समीप भी एप्रोच रोड एलिवेटेड होगा।
14 किमी लंबा होगा एप्रोच रोड
गांधी सेतु के समानांतर बन रहे पुल का एप्रोच रोड दोनों छोर मिलाकर 14 किमी लंबा होगा। हाजीपुर के बीएसएनएल चौक तक पहुंचने के लिए दो जगहों पर फ्लाईओवर व अंडरपास का निर्माण भी इस पुल के डिजायन में शामिल है।
एक्स्ट्रा डोज केबल तकनीक का होगा इस्तेमाल
पुल के निर्माण में एक्स्ट्रा डोज केबल तकनीक का निर्माण होगा। हाल के दिनों में बने कई मेगा ब्रिज में इस तकनीक का निर्माण हुआ है।