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इस सुप्रसिद्ध मंदिर का पट खोलने की तैयारी, ऑनलाइन बुकिंग पर नाम के हिसाब से दर्शन देंगे 'राम'

बिहार के सुप्रसिद्ध महावीर मंदिर को लॉकडाउन के बाद खोलने की तैयारी की जा रही है। भगवान का दर्शन आपके नाम के हिसाब से तय होगा। जानें कैसे।

By Akshay PandeyEdited By: Published: Sat, 16 May 2020 08:27 AM (IST)Updated: Sat, 16 May 2020 03:00 PM (IST)
इस सुप्रसिद्ध मंदिर का पट खोलने की तैयारी, ऑनलाइन बुकिंग पर नाम के हिसाब से दर्शन देंगे 'राम'

प्रभात रंजन, पटना। लॉकडाउन के बाद राज्य के सुप्रसिद्ध महावीर मंदिर को खोलने की तैयारी की जा रही है। हालांकि इस दौरान कोरोना संक्रमण न फटके, इसके प्रबंध के साथ मंदिर खुलेगा और मंगलवार और शनिवार को ऑनलाइन बुकिंग के बाद ही दर्शन मिल सकेंगे। इसमें आपका नंबर कब आएगा, यह आपके नाम का पहला अक्षर तय करेगा। नाम के पहले यानी ए, बी, सी और डी के हिसाब से दर्शन का का समय दिया जाएगा। 

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मंदिरों में शारीरिक दूरी के नियमों के पूरी तरह पालन कराने के लिए महावीर मंदिर ट्रस्ट ने यह प्रस्ताव तैयार किया है। फिलहाल मंदिर दो माह से बंद है। महावीर मंदिर न्यास समिति के सचिव आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि लॉकडाउन के बाद मंदिर परिसर में आने वाले श्रद्धालुओं का प्रवेश द्वार पर तापमान चेक करने के लिए थर्मल स्कैनिंग की व्यवस्था होगी। सभी को सैनिटाइजर से हाथ धोने के बाद ही मंदिर परिसर में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी।

मंगलवार और शनिवार को भीड़ कम करने के लिए महावीर मंदिर की वेबसाइ  www.mahavirmandirpatna.org के जरिए ऑनलाइन बुकिंग पर दर्शन की व्यवस्था की जाएगी। बुकिंग के साथ ही श्रद्धालुओं के मोबाइल पर समय की सूचना दी जाएगी। अन्य दिनों में दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग नहीं होगी।

अल्फाबेट के हिसाब से बनेंगे 14 ग्रुप

अंग्रेजी वर्णमाला के हिसाब से दर्शनार्थियों के 14 गु्रप बनाए जाएंगे। यूं तो अंग्रेजी वर्णमाला में 26 अक्षर हैं, मगर कई अक्षरों के नाम बेहद कम होते हैं, जैसे जेड, वाई, एक्स आदि। ऐसे में इन अक्षरों के लिए संयुक्त गु्रप होगा। वहीं आर और एस जैसे अक्षरों से सबसे अधिक नाम होते हैं, इनके लिए एक से अधिक ग्रुप भी बनाए जा सकते हैं। 

नैवेद्यम मिलेगा ऑनलाइन 

आचार्य किशोर कुणाल ने बताया कि लॉकडाउन के बाद महावीर मंदिर का प्रसिद्ध नैवेद्यम प्रसाद भी ऑनलाइन मिल सकेगा। इसके लिए ऑनलाइन बुकिंग करनी होगी और अपने नाम, मोबाइल नंबर के साथ घर का पता देना होगा। इसके बाद मंदिर प्रबंधन की ओर से भगवान को भोग लगाने के बाद प्रसाद घर तक पहुंचा दिया जाएगा। शाम चार बजे के बाद प्रसाद की ऑनलाइन बुकिंग कराने पर अगले दिन प्रसाद भेजने की व्यवस्था होगी। 


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