ये हैं पटना की 'मानुषी छिल्लर', जिद है कि कदमों से नापकर रहेंगी दुनिया
पटना की बेटियां भी किसी से कम नहीं। फैशन हो या उसके लिए पैशन उन्होंने साबित किया है कि वो हर क्षेत्र में आगे बढ़ सकती हैं। कुछ बेटियां हैं जिन्होंने मॉडलिंग को चुना है।
पटना [अंकिता/ चारुस्मिता]। ये पटना की बेटियां हैं। बिल्कुल हरियाणा की मानुषी छिल्लर की तरह। छोटे शहर से निकलकर मॉडलिंग की दुनिया में नाम बनाने वालीं। कई ने मुकाम पा लिया है, तो कई जिद पर अड़ीं हैं कि ये दुनिया अपने कदमों से नापकर रहेंगीं। आइए डालते हैं नजर।
सुप्रिया ऐमन : बाकरगंज से मिस इंडिया इंटरनेशनल का सफर
कहते हैं कि अगर आपको अपने दिल की करनी है तो दिमाग की सुनो। अगर आपने दिमाग की सुनी तो सब कुछ आपके अनुरूप होगा। ऐसे ही कुछ सोच के साथ एक एयरोनॉटिकल इंजीनियर ने न सिर्फ पटना बल्कि देश का भी मान बढ़ाया। ये हैं बाकरगंज की रहने वाली सुप्रिया ऐमन।
पटना से अपनी पूरी पढ़ाई करने के बाद इन्होंने अपने मन की सुनी और मॉडलिंग को कॅरियर बना लिया। माता-पिता का भी सहयोग मिला और 2015 में मिस इंडिया इंटरनेशनल का खिताब जीता। इसके बाद इन्होंने जापान में भारत को रिप्रजेंट भी किया। सुप्रिया अब सुपर मॉडल हैं। वह मॉडलिंग और एक्टिंग में बढिय़ा कर रहीं हैं।
फैशन को अपना कॅरियर बनाने वाले युवाओं को वह संदेश देना चाहती हैं कि पहले अपनी पढ़ाई पूरी करें तभी इस क्षेत्र में आएं। अपने पैरेंट की सहमति भी जरूर लें तभी सफल हो पाएंगे।
श्रीणि सिंह : बेल्जियम में मिली ख्वाबों को मंजिल
कहते हैं कि सपने अगर देखो तो उसे पूरा करने का भी हौसला रखो। ऐसे ही कुछ ख्वाबों को लिए बोङ्क्षरग रोड की श्रीणि सिंह पटना से चली थीं। एक छोटे शहर से निकली श्रीणि की यह दृढ़ इच्छाशक्ति ही थी जो उन्हें बेल्जियम तक ले गई। 2016 में इन्हें मिसेज इंडिया अर्थ प्रतियोगिता में मोस्ट चार्मिंग फेस का अवार्ड मिला।
बेल्जियम में आयोजित ग्लैमर इंटरनेशनल पीजेंट में मोस्ट ब्यूटीफुल बॉडी का भी टाइटल जीता। डीपीएस पटना से अपनी पढ़ाई पूरी करने वाली श्रीणि का सपना था कि वह मॉडल बनें लेकिन इसके बारे में उन्हें ज्यादा कुछ पता भी नहीं था।
इंटरनेट और यू ट्यूब पर मॉडलिंग के गुर सीखने के बाद उन्होंने शादी के बाद मिसेज इंडिया अर्थ में भाग लिया। श्रीणि कहती हैं कि पटना के युवाओं में बहुत प्रतिभा है। मॉडलिंग क्षेत्र में अपना हाथ आजमाने वाले युवाओं को संदेश देते हुए कहती हैं कि यह ऐसा क्षेत्र है जिसमें सुबह से लेकर रात तक हील पर खड़ा रहना पड़ता है तो इसके लिए तैयारी करना एक तपस्या की तरह है।
खूबसूरत दिखने के साथ आप दिल से कितनी खूबसूरत हैं इसपर भी ध्यान देना पड़ता है। मॉडलिंग करने के लिए मेंटर को भी चुनना बहुत आवश्यक है ताकि वह आपके व्यक्तित्व को निखार सके।
राशि कपूर : मिस टीन इंटरकांटिनेंटल में जीते तीन टाइटल
द श का मान पनामा में बढ़ाने वाली राशि कपूर महज 16 साल की हैं और उनका सपना है मिस इंडिया बनना। इसके लिए वह दिन रात मेहनत भी कर रही हैं। राशि ने 2017 में मिस टीन इंटरकॉन्टिनेंटल में भारत को रिप्रजेंंट किया था जिसमें उन्हें तीन टाइटल प्राप्त हुए थे। मिस ह्यूमैनिटी, मिस बेस्ट स्किन और बेस्ट हेयर।
राशि कानपुर में रहती हैं, मगर उनका पटना से पुराना रिश्ता है। यहां उनके मामा का घर है, और वह यहां रह भी चुकी हैं। वे बताती हैं कि मॉडलिंग का सपना उन्होंने बहुत पहले ही देखा था जिसके लिए वह जी जान से जुट गई थीं।
इस क्षेत्र में आने वाली लड़कियों को वह यह संदेश देना चाहती हैं कि मॉडलिंग को सिर्फ ग्लैमर के रूप में न देखें। अगर इसमें सही में आना है तो अपना लक्ष्य शुरू से ही स्पष्ट रखें। इसके बाद कड़ी मेहनत की जरूरत है। अगर काबिलियत है तो सफलता जरूर मिलेगी। मेडिटेशन करें ताकि मन की शांति बनी रहे।
पूजा शर्मा : शादी के बाद बनीं मिस ग्लोबल बिहार
शादी जीवन और कॅरियर का अंतिम पड़ाव नहीं होता है। मॉडलिंग के क्षेत्र में ये बातें ज्यादा मायने रखती हैं लेकिन इन सबको गलत साबित किया है, पटना सिटी की पूजा शर्मा ने। वे मिसेज ग्लोबल बिहार की विजेता रहीं हैं।
एक बच्चे की मां पूजा बताती हैं कि उनको मॉडलिंग में आने की बहुत इच्छा थी लेकिन शादी के पहले यह संभव नहीं हो पाया। शादी के बाद भी उन्होंने अपने सपने को मरने नहीं दिया और खूूब मेहनत की। पूजा बताती हैं कि ग्लैमर फिल्ड में आत्मविश्वास का होना सबसे जरूरी है इसके लिए शुरू से मॉडलिंग के हर एक पहलू पर ध्यान देना होगा। युवा स्किन और बॉडी पर ध्यान देने के साथ अपनी मानसिक क्षमता का भी विकास करें।
मोनिका : शादी के बाद बनीं मिसेज इंडिया
पटेल नगर की रहने वाली मोनिका मणि को शादी के आठ साल बाद अपने सपनों को वापस जीने का मौका मिला। ये मौका भी मोनिका को उनके दोस्तों के कारण मिला। दोस्तों ने उन्हें बताया की मिसेज इंडिया 2017 की प्रतियोगिता होने वाली है।
वे कहती हैं, पहले तो घर पर सबको मनाने में थोड़ी परेशानी हुई। मेरे पति ने मुझे आगे बढऩे में बहुत मदद की। शुरुआत में फिगर को वापस पाने मे थोड़ी परेशानी जरूर हुई पर मन में लगन था कि कुछ अच्छा करना है।
मुझे लगा नहीं था कि मिसेज इंडिया का खिताब कभी मुझे मिलने वाला है, पर जब मेरा नाम बुलाया गया तो एक अलग सा उत्साह मेरे अंदर आ गया। अगर किसी को मॉडल बनने की इच्छा हो तो उसको अपने खान-पान पर रहन-सहन पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है।
इशित यामिनी : 2013 में मिला मिस बिहार का खिताब
दिल्ली में पढ़ाई के दौरान इशित यामिनी को पता चला कि पटना में मिस बिहार प्रतियोगिता का आयोजन होने वाला है। वह कॉलेज से छुट्टी लेकर राजवंशी नगर में अपने पापा-मां के पास आकर प्रतियोगिता की तैयारी में लग गईं। इशित बताती हैं कि मेरा चयन इतनी दूर तक होगा इसबारे में कभी नहीं सोचा था।
मॉडल बनने की इच्छा तो नहीं थी मगर मजाक-मजाक में मिस बिहार का टाइटल जब मेरे नाम हुआ तो पता नहीं चला की कैसे ये मेरे नाम हो गया। मिस बिहार का ताज मिलने के बाद मॉडल बनने में बहुत आसानी तो हुई। फिलहाल दिल्ली कॉलेज में भी कई सारे शो का मौका मिलता रहता है।
जो भी युवा मॉडलिंग में राष्ट्रीय पहचान बनाना चाहते हैं, पहले उनको लोकल या राज्यस्तरीय सौंदर्य प्रतियोगिताओं से शुरुआत करनी चाहिए। इससे आपका अनुभव भी बढ़ेगा और पता भी होगा कि कैसे इस क्षेत्र में आगे बढऩा है।
ऋचा : 2016 में जीता देव एंड दीवा का खिताब
बोङ्क्षरग रोड की रहने वाली ऋचा मिस बिहार के टॉप 5 में आने के साथ ही 2016 में देव एंड डिवा का खिताब भी जीत चुकीं हैं। ऋचा बताती हैं कि शुरू से ही उनका मन मॉडलिंग करने का था। मिस बिहार के समय तो बिना कुछ सोचे ही इस प्रतियोगिता का हिस्सा बन गई थी।
मिस बिहार में टॉप 5 में रहने के बाद 2016 में देव एंड दीवा प्रतियोगिता में शामिल हुई। तैयारी इतनी अच्छी थी कि उस खिताब को मेरे नाम होने से कोई रोक पाया। अभी के समय में मेरा कॅरियर अच्छे तरीके से आगे बढ़ रहा है। जो युवा इस क्षेत्र में अपना कॅरियर बनाना चाहते हैं उनको सब से पहले अपने अंदर आत्मविश्वास जगाना होगा और हमेशा नए प्रयोग के लिए तैयार होना होगा।
पीयूष वर्षा : 2015 में जीता मिस बिहार का टाइटल
पटेल नगर की रहने वाली पीयूष वर्षा को कॉलेज के दोस्तों से पता चला कि मिस बिहार प्रतियोगिता का आयोजन होने वाला है। दोस्तों के कहने पर यूं ही फॉर्म भर दिया। मेहनत भी की और उसका परिणाम भी मिला। 2015 में मिस बिहार का खिताब जीत लिया।
खिताब जीतने के बाद आत्मविश्वास तो बढ़ा ही साथ ही लोगों के बीच एक अलग पहचान भी बनने लगी। इस प्रतियोगिता को जीतने के बाद कई तरह के शो का हिस्सा बनने का मौका भी मिल गया। वे कहती हैं, मॉडलिंग का कॅरियर उतार-चढ़ाव भरा है। अपने अंदर आत्मविश्वास जगाए रहिए। मंजिल एक न एक दिन जरूर मिलेगी।
अर्चना के सिर सजा था मिस पटना का ताज
सेंट जोसेफ से अपनी स्कूलिंग पूरी करने वाली अर्चना की ख्वाहिश मॉडल बनने की तब से थी जब वह महज पांच साल की थी। यह तब खुल कर सबके सामने आया जब वह पटना वीमेंस कॉलेज में पढ़ रही थीं। 2015 में कॉलेज में मॉडलिंग के ऑडिशन के बाद वह मिस पटना की रनर अप बनीं।
पॉलिटकल साइंस से स्नातक करने के बाद अब वह कई नामी गिरामी शो जैसे टाइटन शो, निकॉन शो, अमेजॉन के लिए काम कर चुकी हैं। वे कहती हैं कि मॉडलिंग के लिए पैशन होना जरूरी है।
मॉडल अपनी तार्किक क्षमता का विकास करें क्योंकि ज्यादातर लोग इसे सिर्फ ड्रेस और खूबसूरती से आंकते हैं लेकिन इसमें दिमाग का इस्तेमाल सबसे अधिक करना होता है, इसलिए सुंदरता के विभिन्न मायनों को जानना होगा।
आप भी बन सकती हैं मिस वर्ल्ड
1. अगर आप ब्यूटी पेजेंट में जाने की इच्छा रखते हैं तो इसके लिए इंटरनेट और खबरों के जरिये अपडेट होते रहें। इससे यह जानकारी मिलेगी कि कौन सी प्रतियोगिता कब आयोजित होने वाली है।
2. फर्स्ट राउंड में जाने के लिए ऑनलाइन फॉर्म भरना होता है। इसके बाद कई राउंड का आयोजन होता है।
3. इन राउंड के पूरे होने के बाद विभिन्न तरह के सोशल इश्यू पर प्रतिभागियों को टास्क दिया जाता है जिसमें उन्हें लोगों को किसी खास मुद्दे पर जागरूक करने से लेकर एनजीओ के लिए पैसे इकट्ठे करने होते हैं।
4.फाइनलिस्ट को विभिन्न तरह की ग्रूमिंग करवाई जाती है जिसमें पर्सनालिटी डेवलपमेंट सबसे महत्वपूर्ण होता है। इसके अलावा कोरियाग्राफर और मेकअप के लिए मेंटर रखे जाते हैं।
5. फाइनल में विभिन्न प्रतिभागी एक साथ रैंप पर उतरते हैं। ओवरऑल परफॉर्मेंस के हिसाब से विजेता की घोषणा की जाती है।