बिहार की चुनिंदा पंचायतों का दो दिन होगा औचक निरीक्षण, जिलाधिकारी को भेजी सूची
बुधवार और गुरुवार को बिहार की चुनिंदा पंचायतों का एक बार फिर औचक निरीक्षण होगा। विभिन्न सरकारी योजनाओं की स्थिति की जानकारी प्राप्त की जाएगी। मुख्य सचिव के ताजा आदेश के बाद जिलों के अफसर औचक निरीक्षण पर निकलेंगे।
मुख्य सचिव ने मंगलवार को जारी आदेश में कहा कि जिलाधिकारी अफसरों का यह जिम्मा देकर बुधवार को प्राथमिकता के आधार पर निरीक्षण सुनिश्चित कराएंगे। पिछली बार पंचायतों के निरीक्षण का हवाला देकर सीएस ने कहा कि जिलों से मुख्यालय को जांच का जो डाटा प्राप्त हुआ था उसे देखने से प्रतीत होता है कि जिलों में तैनात बीडीओ और सीओ निरीक्षण को लेकर गंभीर नहीं।
मुख्य सचिव ने जिलाधिकारियों को निर्देश दिए है कि वे स्वयं पंचायतों में अफसरों द्वारा किए जा रहे औचक निरीक्षण की मानीटरिंग करें। देखें कि अफसर के स्तर पर कहीं किसी प्रकार की लापरवाही तो नहीं हो रही है। प्रत्येक पंचायतों को विशेष अधिकार दिए गए हैं। निरीक्षण के दौरान देखा जाए कि उनका सही प्रकार से अनुपालन हो रहा है या नहीं। डीएम को पंचायतों की सूची सौंप दी गई है।
आदेश है निरीक्षण के लिए निकले अफसर स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्रों में 10 बजे के पहले जाएं। चूंकि स्कूल-आंगनबाड़ी सुबह की पाली में संचालित हो रहे हैं। कुछ योजनाओं के निरीक्षण के क्रम में अधिकारियों को उनके फोटोग्राफ भी करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
पूर्व की तरह इस बार भी कुल 14 प्वाइंट पर अफसरों का निरीक्षण करना होगा। इनमें स्कूल-आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति, नल-जल योजना, पक्की गली-नाली का रखरखाव, स्कूलों में शिक्षक-छात्र उपस्थिति, किताब, किशोर स्वास्थ्य, साइकिल, पोशाक, कंप्यूटर, मध्याह्न भोजन योजना, छात्रावास भवन, बिजली कनेक्शन, बिस्तर, शौचालय, रसोई, वृद्धावस्था पेंशन योजना, पंचायत सरकार भवन, ग्रामीण आवास, खरीद केंद्र, ग्रामीण सड़कों की स्थिति, मनरेगा योजना के साथ राजस्व मामलों की स्थिति शामिल है।