तेजस्वी को नेता मानने में कोई समस्या नहीं : कन्हैया
सीपीआइ नेता व जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार रविवार को राजधानी में थे।
पटना। सीपीआइ नेता व जेएनयू के पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष कन्हैया कुमार ने कहा कि बिहार को बचाने के लिए महागठबंधन जरूरी है। उन्होंने कहा कि अभी तो कोई गठबंधन है ही नहीं। लोकसभा चुनाव में एक तरह का पॉलिटिकल अरेंजमेंट था, पर अभी तो कोई नहीं दिखता। जब विधानसभा चुनाव नजदीक आएगा, तब उस तरफ चीजें आगे बढ़ेंगी। तेजस्वी यादव को नेता माने जाने के सवाल पर कन्हैया ने कहा कि हमारे लिए किसी व्यक्ति को नेता मानने को लेकर कोई समस्या नहीं है। लोकसभा चुनाव में राजद द्वारा उनकी उम्मीदवारी का समर्थन नहीं दिए जाने संबंधी सवाल पर कन्हैया ने कहा कि राजनीति में ये सब होता रहता है। उनके मन में तेजस्वी के प्रति इसके लिए कोई दुर्भावना नहीं है।
इप्टा द्वारा 'भारत की संस्कृति और हमारा संघीय गणराज्य' विषय पर आयोजित व्याख्यान को संबोधित करने के लिए पटना आए कन्हैया ने बातचीत के दौरान यह कहा। इससे पहले व्याख्यान को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि आज धर्म को आधार मानकर राज्यों की संप्रभुता में हस्तक्षेप किया जा रहा है। बिहार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन में ललित किशोर सिन्हा की स्मृति में आयोजित इस व्याख्यान में मूलत: कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाए जाने पर चर्चा हुई। कन्हैया ने कहा कि भारत की संस्कृति विविधता की है। जो संघीय ढांचा है, उसमें किसी को यह अहसास नहीं होना चाहिए कि उसके साथ दोयम व्यवहार किया जा रहा है। आज सत्ता में बैठे लोग संघीय ढांचे को तोड़ने और जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि प्रचार-प्रसार माध्यमों के जरिए आज इंसान की सोच को भी रद्दी का ढेर बना दिया गया है। यहां तक कि राजनीति को भी विकल्पहीन कर दिया गया।