भीड़ के हाथों मां के साथ हो सकता था गलत फैसला
पटना सिटी । मालसलामी थाना अंतर्गत मारुफगंज पत्थरघाट के निकट शुक्रवार की दोपहर जिस महिला को लोगों ने
पटना सिटी । मालसलामी थाना अंतर्गत मारुफगंज पत्थरघाट के निकट शुक्रवार की दोपहर जिस महिला को लोगों ने बच्चा चोर समझ पीटा था, वह उस बच्ची की मां निकली। उग्र हुई भीड़ के हाथों इस महिला की जान जा सकती थी। एक बच्ची से उसकी मां छीन सकती थी। महिला ने पति सुशील कुमार ¨सह ने शनिवार की शाम थाना पहुंच कर सच से पुलिस-पब्लिक को अवगत कराया।
सुशील ने कहा कि यह महिला उसकी पत्नी है। यह मानसिक रूप से विक्षिप्त है। अपनी ही ढाई साल की बच्ची को झोला में रख कर घूम रही थी। लोगों ने उसे बच्चा चोर समझ कर पीट दिया। बच्ची का इलाज एनएमसीएच में चल रहा है।
पति सुशील ने बताया कि वह मूल रूप से जमुई जिला के खैरा थाना के परसा गांव का रहने वाला है। विगत 15 वर्षों से मालसलामी थाना के चाईं टोला मोहल्ले में पत्नी व दो बच्चों के साथ किराए के मकान में रह रहा है। थानाध्यक्ष दिनेश बहादुर ¨सह ने बताया कि पूछताछ के दौरान पति ने बताया कि मानसिक रूप से विक्षिप्त पत्नी चार दिन पूर्व बेटी को साथ लेकर घर से निकल गई थी। काफी खोजबीन के बावजूद पत्नी व बच्ची नहीं मिली। पति ने बताया कि वह मालसलामी स्थित पानी के प्लांट में काम करता है। थानाध्यक्ष ने बताया कि आवश्यक कानूनी प्रक्रिया के बाद विक्षिप्त महिला को पति सुशील को सौंप दिया गया। वहीं बीमार बच्ची का इलाज नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में चल रहा है। एनएमसीएच के चिकित्सकों के अनुसार बीमार बच्ची की हालत में सुधार है। दो दिनों में बच्ची की सामान्य हालत होने के बाद उसे अस्पताल से छुट्टी कर दी जाएगी।