Move to Jagran APP

बिहार में गंगा पर एक और नए पुल के निर्माण का रास्ता साफ, केंद्र सरकार ने प्रदान की स्वीकृति

बेगूसराय के मटिहानी से शाम्हो के बीच नए पुल के निर्माण को अपनी स्वीकृति सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने प्रदान कर दी है। बेगूसराय में गंगा पर यह तीसरा पुल होगा। इसके साथ राज्य में गंगा पर एक और नए पुल के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है।

By Jagran NewsEdited By: Akshay PandeyPublished: Thu, 06 Oct 2022 09:01 PM (IST)Updated: Thu, 06 Oct 2022 09:01 PM (IST)
बिहार में गंगा पर एक और नए पुल के निर्माण का रास्ता साफ, केंद्र सरकार ने प्रदान की स्वीकृति
बिहार में एक और पुल का रास्ता साफ हो गया है। सांकेतिक तस्वीर।

राज्य ब्यूरो, पटना : बिहार में गंगा पर एक और नए पुल के निर्माण का रास्ता साफ हो गया है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने बेगूसराय के मटिहानी से शाम्हो के बीच नए पुल के निर्माण को अपनी स्वीकृति प्रदान कर दी है। इस आशय का प्रस्ताव सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने नेशनल हाईवे आथिरटी आफ इंडिया (एनएचएआइ) को भेज दिया है। बेगूसराय में गंगा पर यह तीसरा पुल होगा। 

loksabha election banner

पूरी प्राथमिकता के साथ इस काम को आगे बढ़ाया जाए

बेगूसराय के मटिहानी से शाम्हो के बीच गंगा पुल का प्रस्ताव पूर्व में सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को भेजा गया था, पर इसे भारतमाला या फिर किसी अन्य योजना के तहत शामिल नहीं किया जा सका था। इसके बाद सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने इसे एनएच आरिजनल योजना से अनुमति प्रदान कर दी। मंत्रालय के स्तर पर इस तरह की योजना के लिए दस हजार करोड़ रुपये का बजटीय प्राविधान किया जाता है। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएचएआइ को इस प्रोजेक्ट के संबंध में यह निर्देश दिया है कि पूरी प्राथमिकता के साथ इस काम को आगे बढ़ाया जाए। 

- गंगा पर प्रस्तावित व निर्माणधीन पुल 

- 1 . शाहपुर - दिघवारा पुल 

- 2 . जेपी सेतु के समानांतर फोरलेन पुल 

- 3 . गांधी सेतु के समानांतर पुल 

- 4 . कच्चीदरगाह - बिदुपुर छह लेन पुल 

- 5 . बख्तियारपुर - ताजपुर पुल 

- 6 . राजेंद्र सेतु के समानांतर पुल

- 7 . मनिहारी - साहिबगंज 

- 8 . भागलपुर में विक्रमशिला सेतु के समानांतर पुल

पहले भेजा गया था प्रस्ताव

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय को बेगूसराय के मटिहानी से शाम्हो के बीच गंगा पुल का प्रस्ताव भेजा गया था। तब भारतमाला या फिर किसी अन्य योजना के तहत शामिल नहीं किया जा सका था। सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय ने एनएचएआइ को इस प्रोजेक्ट के संबंध में यह निर्देश दिया है कि पूरी प्राथमिकता के साथ इस काम को आगे बढ़ाया जाए। 


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.