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सीएम नीतीश पर बरसे तेजप्रताप-हमारे विधायकों से तो बात करते, मेरा फोन नहीं उठाते

लालू के पुत्र तेजप्रताप यादव ने अब अपने बंगले के लिए सीएम नीतीश से गुहार लगाई है। इससे पहले उन्होंने ट्वीट किया, जिसमें लिखा था कि मैंने जीने का तरीका बदला है तेवर नहीं....

By Kajal KumariEdited By: Published: Sat, 15 Dec 2018 11:23 AM (IST)Updated: Sat, 15 Dec 2018 11:29 PM (IST)
सीएम नीतीश पर बरसे तेजप्रताप-हमारे विधायकों से तो बात करते, मेरा फोन नहीं उठाते
सीएम नीतीश पर बरसे तेजप्रताप-हमारे विधायकों से तो बात करते, मेरा फोन नहीं उठाते

पटना, जेएनएन। तेजप्रताप यादव ने अपने बंगले के लिए सीएम नीतीश कुमार से गुहार लगाई है। उन्होंने कहा है कि उनके मंत्री मेरी बात नहीं सुनते। इसके साथ ही तेजप्रताप यादव सीएम नीतीश कुमार के फोन नहीं उठाने पर उनपर जमकर बरसे और कहा कि हमारे विधायकों को तो बुला-बुलाकर बात करते हैं। लेकिन, मेरा फोन ही नहीं उठाते हैं। 

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उन्होंने कहा कि मुझे मेरा बंगला चाहिए और ये जान-बूझकर मुझे परेशान करने के लिए एलॉट नहीं किया जा रहा है। सबको तो बड़े आराम से बंगला दे दिया जाता है और मुझे ये लोग परेशान कर रहे हैं। इनकी सब करतूत जनता देख रही है। अब अगर ये लोग नहीं सुनते तो मैं जनता के बीच जाऊंगा और अपनी बात रखूंगा। दिन-ब-दिन इस सरकार का स्तर गिरता जा रहा है, छोटी-छोटी बातों को लेकर ये लोग अपनी कसर निकाल रहे।

किया ट्वीट- मैंने जीने का तरीका बदला है, तेवर नहीं....

लालू के बड़े पुत्र तेजप्रताप यादव ने ट्वीट के जरिए अपनी उपस्थिति दर्ज करायी है और जता दिया है कि वे भले ही घर से दूर हैं। लेकिन, राजनीति से दूर नहीं हुए हैं। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा है कि हिम्मत जुनून हौसला आज भी वही है, मैंने जीने का तरीका बदला है तेवर नही....

तेजप्रताप यादव अपनी पत्नी एेश्वर्या राय के खिलाफ तलाक की अर्जी दायर करने के बाद परिवार और परिजनों से दूर रहे हैं। तलाक मामले की पहली सुनवाई के लिए तेजप्रताप यादव पटना आए थे। लेकिन, वो पटना में रहकर भी अपने घर नहीं गए।

जानकारी के मुताबिक तेजप्रताप यादव बिहार छोड़ फिर उत्तरप्रदेश पहुंच गए हैं। अपने परिवार और समर्थकों की नजरों से दूर तेजप्रताप यादव बाबा रामदेव के साथ हरिद्वार में हैं। उनकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं।

 तेजप्रताप इस तस्वीर में धोती-कुर्ता पहने दिखाई दे रहे हैं। तस्वीर बाबा रामदेव के पतंजलि योग ग्राम हरिद्वार की लग रही है। उनको ट्रैक करने वाले राजद नेताओं का कहना है कि विधानसभा सत्र खत्म होने के सप्ताह भर बाद ही वह पटना से बाहर निकल गए हैं। जब तक उन्हें अपने नाम पर सरकारी बंगला नहीं मिलता वह पटना से दूरी बनाकर रहना चाहते हैं।

ना परिवार का सपोर्ट मिली ना बिहार सरकार से बंगला

शायद तेजप्रताप यादव बहुत उम्मीद लेकर पटना लौटे थे, लेकिन यहां उन्हें न तो परिवार का सपोर्ट मिला और न ही बिहार सरकार द्वारा अलग से कोई सरकारी बंगला ही आवंटित किया गया।

बता दें कि तेजप्रताप ने दो नवंबर को पटना स्थित परिवार न्यायालय में पत्नी ऐश्वर्या से तलाक को लेकर आवेदन दाखिल किया था। इस मामले की सुनवाई कोर्ट में 29 नवंबर को हुई। तेजप्रताप तलाक का आवेदन देने के बाद से ही घर से दूर रह रहे हैं। वे तलाक मामले की सुनवाई के दौरान पटना पहुंचे थे। इस दौरान वह एक होटल में ठहरे थे।

ये भी बताया जा रहा है कि घर से दूर रह रहे तेजप्रताप अब पटना तभी वापस लौटेंगे जब उन्हें नया बंगला एलॉट किया जाएगा। तेजप्रताप ने राज्य सरकार से अपने लिए बंगला आवंटित करने की मांग की है। नए बंगले के आवंटन का इंतजार करते-करते तेजप्रताप पुन: वृंदावन धाम पहुंच गए हैं।

गौरतलब है कि तेजप्रताप को पहले देशरत्न मार्ग स्थित तीन नंबर बंगला आवंटित था। लेकिन मंत्री पद जाने के बाद दारोगा राय पथ स्थित दो फ्लैट उनके नाम से आवंटित किए गए, लेकिन वह उन्हें पसंद नहीं आए। हालांकि उन्हें बंगला मिलेगा या नहीं इसपर अभी संशय है।

उन्होंने विधानसभा के शीतकालीन सत्र में भी आखिरी दिन अपनी उपस्थिति दर्ज करायी थी। हालांकि वे इस दौरान भी दस सर्कुलर रोड स्थित राबड़ी देवी के आवास पर नहीं गए। इसका मुख्य कारण उनका तलाक की जिद पर अड़े रहना और परिवार द्वारा ऐश्वर्या के समर्थन में खड़े रहना है। ऐश्वर्या इन दिनों अपनी ससुराल में ही हैं, इसलिए भी तेजप्रताप घर वापस नहीं जा रहे हैं।

तेजप्रताप के करीबियों का कहना है कि उन्हें नए बंगले के आवंटन का इंतजार है और वो तभी लौटेंगे जब उन्हें नया बंगला मिल जाएगा। गौरतलब है कि उन्होंने भवन निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर पटना के टेलर रोड स्थित दो नंबर बंगले की मांग की है।

बता दें कि तेजप्रताप को पहले देश रत्न मार्ग का तीन नम्बर बंगला आवंटित था। लेकिन, मंत्री पद जाने के बाद दारोगा राय पथ में दो फ्लैट उनके नाम से आवंटित किया गया है। बताया जा रहा है कि ये घर उन्हें पसंद नहीं है।इसी कारण उन्होंने प्रदेश के भवन निर्माण मंत्री को नए बंगले के लिए पत्र भी लिखा है।

हालांकि उन्हें ये बंगला मिलेगा या नहीं इसपर अभी संशय बरकरार है। मंत्री का कहना है कि उनका विभाग केवल सेंट्रल पूल के बंगले को ही आवंटित करता है। विधायकों या विधान पार्षदों को विधानसभा या विधान परिषद सचिवालय के माध्यम से ही बंगले मिलते हैं।

तेजप्रताप ने दो नवंबर को पटना स्थित परिवार न्यायालय में पत्नी ऐश्वर्या से तलाक को लेकर आवेदन दाखिल किया था। इसकी 29 नवंबर को सुनवाई हुई जिसके लिए वे पटना लौटे थे। इस दौरान वह होटल और मित्र के घर पर ही ठहरे थे। विधानसभा के शीतकालीन सत्र में आखिरी दिन उपस्थिति दर्ज कराई और 10 सर्कुलर रोड से अपने जरूरी सामान लेकर होटल में रात बिताई। वे 10 सर्कुलर रोड में रुके नहीं थे।


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