बिहार विधानसभा में जाने से डर रहे राजद-कांग्रेस के विधायक, तेजस्वी ने अध्यक्ष को पत्र लिखकर दोहराई पुरानी बात
Bihar Politics तेजस्वी ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि 23 मार्च 2020 को विधानसभा में हुई घटना की वजह से विधायक अब तक डरे हुए हैं। विपक्षी दलों के सभी विधायकों ने बैठक कर उनसे आग्रह किया है कि वे सदन में सुरक्षा की गारंटी दिलाएं।
पटना, आनलाइन डेस्क। Bihar Politics: बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष और वैशाली जिले के महुआ से राजद विधायक तेजस्वी यादव ने बजट सत्र के दौरान सदन में हुए बवाल का मामला फिर से उठाया है। बजट सत्र के दौरान पुलिस विधेयक पर अभूतपूर्व हंगामे के बाद विधानसभा में पुलिस बल को बुलाना पड़ा था। इस दौरान पुलिस ने विधायकों को उठा कर और घसीटते हुए सदन से बाहर कर दिया था। तेजस्वी ने तभी कहा था कि जब तक इस मामले के दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं होगी, वे सदन में नहीं जाएंगे। अब सरकार ने मानसून सत्र बुलाने का एलान किया तो तेजस्वी का खत खास मायने रखता है।
विधायकों ने सदन में मांगी सुरक्षा की गारंटी
तेजस्वी ने विधानसभा अध्यक्ष को लिखे पत्र में कहा है कि 23 मार्च 2020 को विधानसभा में हुई घटना की वजह से विधायक अब तक डरे हुए हैं। विपक्षी दलों के सभी विधायकों ने बैठक कर उनसे आग्रह किया है कि वे सदन में सुरक्षा की गारंटी दिलाएं। राजद विधायक ने कहा कि विधायक विधानसभा में जाने से डर रहे हैं और वे तभी सदन में जाएंगे जब पूरे मामले में संलिप्त पदाधिकारी और कर्मियों पर कार्रवाई करते हुए सरकार उन्हें सुरक्षा का आश्वासन देगी।
अपने पुराने पत्र का दिया हवाला
तेजस्वी ने अपने पुराने पत्र का हवाला देते हुए कहा है कि इस जघन्य घटना को लेकर कार्रवाई नहीं हुई तो इतिहास माफ नहीं करेगा। उन्होंने उम्मीद जताई है कि इस मामले में समुचित कार्रवाई हो चुकी होगी। तेजस्वी ने विधानसभा अध्यक्ष से कार्रवाई का ब्योरा सभी विधायकों को उपलब्ध कराने की मांग की है।
पांच दिनों का होगा मानसून पत्र
बिहार विधानमंडल का मानसून सत्र कोरोना संक्रमण की वजह से इस बार काफी संक्षिप्त होगा। पांच दिनों का सत्र 26 जुलाई से शुरू होकर 30 जुलाई तक चलेगा। फिर भी यह पिछले साल के मानसून सत्र की अपेक्षा बड़ा होगा, क्योंकि पिछली बार सत्र में केवल एक ही बैठक हुई थी।