तेजस्वी ने राहुल गांधी को बताया PM Material, पर 2019 के नाम पर साधी चुप्पी
यूपीए में प्रधानमंत्री प्रत्याशी के मुद्दे पर पहली बार राजद नेता तेजस्वी ने चुप्पी तोड़ी। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को पीएम मैटेरियल बताया। पढ़ें वे और क्या-क्या बोले हैं।
पटना, राज्य ब्यूरो। यूपीए में प्रधानमंत्री प्रत्याशी के मुद्दे पर चुप्पी तोड़ते हुए पहली बार राजद नेता तेजस्वी यादव ने कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि राहुल में एक अच्छा प्रधानमंत्री बनने के लिए सारे जरूरी गुण हैं। वे पीएम मैटेरियल हैं। उनके नेतृत्व पर सवाल नहीं उठा जाना चाहिए। हालांकि, उन्होंने देश के अगले प्रधानमंत्री को लेकर रहस्य बरकरार रखा। उन्होंने कहा कि लोकसभा चुनाव के बाद महागठबंधन के घटक दल बैठकर इस मसले को सुलझा लेंगे।
तीन राज्यों में मिली जीत से उत्साहित हैं कार्यकर्ता
तेजस्वी का यह बयान डीएमके प्रमुख एमके स्टालिन के उस बयान के बाद आया है, जिसमें उन्होंने पहली बार राहुल के नेतृत्व में भाजपा विरोधी दलों को एकजुट होने की अपील की थी। नेता प्रतिपक्ष ने कहा कि राहुल देश की सबसे पुरानी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं और पिछले 15 वर्षों से सांसद हैं। उनके नेतृत्व पर भी कभी कोई सवाल नहीं खड़ा किया है। उनके नेतृत्व में कांग्रेस ने राजस्थान, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जीत दर्ज की है। कार्यकर्ताओं में आत्मविश्वास भरा है।
बीजेपी खराब कर रही राहुल की छवि
तेजस्वी ने कहा कि पिछले लोकसभा चुनाव में जिन्होंने भाजपा को वोट नहीं दिया है, उन्हें राहुल में भविष्य नजर आ रहा है। उन्होंने कहा कि अभी देश के पांच राज्यों में कांग्रेस के मुख्यमंत्री हैं, जिनका नेतृत्व राहुल गांधी कर रहे हैं। ऐसे में राहुल के नेतृत्व पर सवाल नहीं खड़ा किया जा सकता है। राजद नेता ने भाजपा पर राहुल की छवि खराब करने का आरोप लगाया और कहा कि इसके लिए करोड़ों रुपये खर्च किए जा रहे हैं।
नेता चुनने की जल्दबाजी नहीं
हालांकि महागठबंधन की ओर से प्रधानमंत्री पद के अगले प्रत्याशी के बारे में पूछे गए सवाल को तेजस्वी टाल गए। उन्होंने कहा कि अभी पूरा ध्यान चुनाव पर है। नतीजा आने के बाद हम साथ बैठकर अपने बीच से एक नेता चुन सकते हैं। इसके लिए जल्दबाजी नहीं है। 2004 में भी तो ऐसा ही हुआ था। चुनाव के पहले मनमोहन सिंह पीएम पद के प्रत्याशी नहीं थे। बाद में चुने गए और 10 साल सफल सरकार का संचालन किया। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रधानमंत्री का चयन सीधे नहीं होता। पहले लोग सांसद चुनते हैं, जो बाद में अपना एक नेता चुनते हैं। वही प्रधानमंत्री बनता है। तेजस्वी ने भाजपा पर व्यक्ति पूजा का आरोप लगाया और कहा कि हमारी विचारधारा उससे अलग है।