तेजस्वी यादव: क्रिकेट में रहे 'फ्लॉप' लेकिन पॉलिटिक्स में हैं 'हिट', जानिए
लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे तेजस्वी यादव का आज जन्मदिन है। तेजस्वी ने अपने कैरियर की शुरुआत क्रिकेटर के रूप में की थी, वहां वे फ्लॉप रहे, लेकिन वो पॉलिटिक्स में हिट हैं।
पटना [जेएनएन]। जीवन के 28 साल पूरे कर चुके तेजस्वी आज बिहार की राजनीति के अहम किरदार बन चुके हैं और कम उम्र में ही मंझे हुए राजनेता की तरह राजनीति कर रहे हैं। बिहार में महागठबंधन की सरकार में महत्वपूर्ण पद संभालने वाले तेजस्वी अब नेता प्रतिपक्ष बनाए गए हैं।
बतौर डिप्टी सीएम बिहार की सत्ता को डेढ़ साल संभालने वाले तेजस्वी फिलहाल बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के किरदार में हैं लेकिन वो सत्ता जाने के बाद भी लगातार अपने विपक्षी पार्टियों पर दवाब बनाये हुए हैं।कभी क्रिकेटर के रूप में अपना कैरियर शुरू करने वाले तेजस्वी यादव अब राजनीतिक पारी खेल रहे हैं और चौकों-छक्कों की बारिश कर रहे हैं।
20 साल की उम्र में क्रिकेट को बनाया था कैरियर
तेजस्वी यादव ने बीस साल की उम्र में क्रिकेट से अपने कैरियर की शुरुआत की थी और इसके लिए उन्हें अपने परिवार का सहयोग भी मिला था। उनके पिता लालू यादव भी बतौर प्रशासक क्रिकेट से जुड़े हुए थे। तेजस्वी ने 2009 में अपने क्रिकेट करियर की शुरुआत की।
इसी साल तेजस्वी झारखंड के प्रथम श्रेणी क्रिकेट टीम में शामिल किये गये। वो हरफनमौला की हैसियत से खेलने लगे और उन्होंने एक क्रिकेटर की तरह अपना लुक भी बना लिया था। तेजस्वी ने क्रिकेट खेलना तो शुरू किया लेकिन सही तौर पर अपना बेहतरीन प्रदर्शन नहीं कर सके।
तेजस्वी ने रणजी के साथ-साथ आईपीएल का भी रूख किया। वो आईपीएल के कई सीजंस में दिल्ली डेयरडेविल्स टीम का हिस्सा रहे, लेकिन उन्हें एक भी मैच में खेलने का मौका नहीं मिल सका। तेजस्वी टीम में एक ऑलराउंडर थे जो बल्लेबाजी के साथ-साथ स्पिन गेंदबाजी भी करते थे।
सोशल मीडिया और लड़कियों के बीच है तेजस्वी का क्रेज
तेजस्वी यादव सोशल मीडिया और लड़कियों के बीच खासे चर्चित हैं। तेजस्वी ने बिहार की कमान संभालने से पहले ही सोशल मीडिया पर अपनी सक्रियता दिखाई और इलेक्शन के वक्त पार्टी का वार रूम बनाया। वो अपने फेसबुक पेज से लेकर ट्विटर हैंडल तक पर खासे सक्रिय रहते हैं।
तेजस्वी का क्रेज लड़कियों के बीच कितना है इसकी बानगी उस वक्त देखने को मिली थी जब वो डिप्टी सीएम के साथ-साथ बिहार के पथ निर्माण मंत्री भी थे। उनके विभाग के हेल्पलाइन नंबर पर शिकायत और सुझावों से ज्यादा उन्हें शादी के प्रोपोजल मिलते थे। तब तेजस्वी को लगभग 40 हजार से ज्यादा लड़कियों ने शादी के लिये प्रपोज किया था, हालांकि शादी के मसले पर तेजस्वी ने अब तक यही कहा है कि ये फैसला परिवार का है जो समय आने पर परिवार के लोग ही लेंगे।
क्रिकेट में रहे 'फ्लॉप' लेकिन पॉलिटिक्स में हैं 'हिट'
तेजस्वी का क्रिकेटर बनने का सपना इसलिये पूरा नहीं हो सका क्योंकि वो न तो गेंद और न ही बल्ले से मैदान पर जलवा बिखेर सके. अपने छोटे से क्रिकेटिंग करियर में तेजस्वी ने मात्र एक प्रथम श्रेणी मैच, दो 'ए' श्रेणी की क्रिकेट और 4 टी-20 मैच खेले।
बल्लेबाजी में उनका उच्चतम स्कोर 19 रन रहा है। वहीं गेंदबाजी में उन्होंने 10 ओवर में महज एक विकेट लिये लेकिन अपने दो साल के पॉलिटिकल करियर में तेजस्वी अब तक हिट रहे हैं। यही कारण है कि विपक्षियों पर उनके निशाने सटीक बैठते हैं और युवा उन्हें यूथ आइकन के नाम से ही पुकारते हैं।
बिहार की राजनीति के अगले नेता की दिखती है झलक
तेजस्वी यादव का राजनीतिक सफर यूं तो 2010 में ही शुरू हुआ, लेकिन अब वो अपनी पार्टी यानी राजद के लिये भविष्य का चेहरा बन गये हैं। हाल में ही उनकी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष ने भी कहा कि हम तेजस्वी की अगुआई में ही 2020 का विधानसभा चुनाव लड़ेंगे।
2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में तेजस्वी ने खुद की पहचान बनाई। 2010 में उनके पिता लालू यादव ने उन्हें अपने साथ-साथ रैलियों में शामिल करने लगे थे और लोगों को उनका परिचय दिया करते थे। लेकिन 2015 के चुनाव में तेजस्वी अपनी पार्टी के स्टार बन गये। अपनी पार्टी का गढ़ माने जाने वाले वैशाली जिले के राघोपुर से तेजस्वी पहली बार विधायक और फिर डिप्टी सीएम बने।
तेजस्वी हैं राजद के उत्तराधिकारी
वैसे तो राजद सुप्रीमो लालू यादव की तीन संतानें, तेजप्रताप, मीसा भारती और तेजस्वी राजनीति में सक्रिय हैं और अहम भूमिका निभा रहे हैं, लेकिन पार्टी नेता तेजस्वी की राजनीतिक दक्षता देखकर उन्हें ही उत्तराधिकारी मानते हैं। तेजस्वी यादव राजनीति में अगली पारी के लिए तैयार हैं और बिहार की राजनीति में आने वाले भविष्य में अहम भूमिका निभा सकते हैं।