तेजप्रताप के पास पहुंची तेजस्वी के नाम पर गुंडागर्दी की शिकायत, बोले- इंसाफ मिलेगा
राजद सुपीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव लंबे गैप के बाद राजनीति की मुख्यधारा में आ गए हैं। शनिवार को महिला ने तेजस्वी यादव के नाम पर हो रही गुंडागर्दी की शिकायत की।
पटना [जेएनएन]। राजद सुपीमो लालू यादव के बड़े बेटे तेजप्रताप यादव लंबे गैप के बाद राजनीति की मुख्यधारा में आ गए हैं। वे लगातार पटना स्थित राजद कार्यालय में जनता दरबार लगा रहे हैं। फरियादी इंसाफ के लिए पहुंच भी रहे हैं। शनिवार को एक महिला फरियादी ने तेजस्वी यादव के नाम पर हो रही गुंडागर्दी की शिकायत की। तेजप्रताप ने इत्मीनान से फरियाद सुनी और कहा महिला को जरूर इंसाफ मिलेगा। बता दें कि तेजस्वी यादव अभी रांची में हैं और वे अपने पिता लालू प्रसाद यादव से मिलने के लिए गए हुए हैं।
दरअसल तेजप्रताप के जनता दरबार में उस समय अचानक हलचल मच गया, जब एक महिला ने उनके छोटे भाई तेजस्वी यादव के नाम पर की जा रही गुंडागर्दी की शिकायत की। फरियादी महिला ने बिना झिझक के तेजप्रताप से कहा कि तेजस्वी फैंस के नाम पर अमरेंद्र यादव उन्हें धमकी दे रहे हैं। वे मेरे घर पर कब्जा करने की साजिश रच रहे हैं। तीन साल से हमें तंग कर रहे हैं। महिला ने यह भी कहा कि अमरेंद्र कहता है कि हम लालू के भतीजा हैं, तेजस्वी के भाई हैं।
आरोपी अमरेंद्र यादव का फोटो दिखाते हुए महिला ने यह भी कहा कि उनके पति सरकारी स्कूल में टीचर हैं। वहां भी आरोपी तंग करने पहुंच जाते हैं। प्रधानाध्यापक को भी तंग करने के लिए कहते हैं। इस पर तेजप्रताप ने कहा कि पीड़िता को इंसाफ मिलेगा। इसके लिए तेजस्वी के सामने इस महिला को ले जाया जाएगा और मामला सही साबित हुआ तो अमरेंद्र यादव पर कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अमरेंद्र जैसे आदमी के कारण ही राजद को आज बदनाम किया जा रहा है।
तेजप्रताप यादव ने बाद में मीडिया से भी कहा कि जनता को इंसाफ मिलेगा। किसी के साथ नाइंसाफी नहीं होगी। जनता को परेशान करनेवालों पर कार्रवाई होगी, चाहे वह किसी के भी क्लब या फैंस के आदमी हों। सरकार से परेशान लोगों को भी न्याय दिलाया जाएगा।
बता दें कि तेजप्रताप लगातार जनता दरबार लगा रहे हैं। दो दिन पहले भी एक महिला फुलवारी थानेदार के खिलाफ अपनी फरियाद लेकर जनता दरबार में पहुंची थी। महिला को इंसाफ दिलाने के लिए जब उन्होंने थानेदार मो कैसर को फोन किया तो उधर से कहा गया कि वह कोई तेजप्रताप को नहीं जानता है। इसके बाद तेजप्रताप अपने समर्थकों के साथ थाने पर पहुंचे। साथ ही थाने पर ही इंसाफ दिलाने के लिए धरना पर बैठ गए। प्राथमिकी दर्ज होने के बाद वे वहां से लौटे। इस दौरान उनके मामा साधु यादव भी पहुंचे थे। बाद में थानेदार के खिलाफ तेजप्रताप ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को चिट्ठी भी लिखी।