RJD में तकरार: रघुवंश प्रसाद के बयान को तेजस्वी ने नकारा, JDU को ले कही बड़ी बात
राजद में एक बार फिर दाे विचारधारा बहने लगी है। वरीय नेता रघुवंश सिंह के बयान को लालू के लाल तेजस्वी ने एक सिरे से खारिज कर दिया। जदयू के राजद के साथ आने को लेकर हुई सियासत।
पटना, जेएनएन। राजद में एक बार फिर दाे विचारधाराएं बहने लगी हैं। वरीय नेता रघुवंश प्रसाद सिंह के बयान को लालू के लाल तेजस्वी ने एक सिरे से खारिज कर दिया है। जदयू के राजद के साथ आने को लेकर सियासत शुरू है। दरअसल, राजद के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व केंद्रीय मंत्री रघुवंश प्रसाद सिंह ने बिहार में भाजपा को हराने के लिए जदयू और राजद को फिर से एक साथ आने का सुझाव दिया है। उन्होंने महाराष्ट्र फार्मूले की चर्चा करते हुए कहा कि इसके अलावा और कोई विकल्प नहीं है। इसी पर नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने एक टीवी चैनल को साफ कह दिया कि इसका सवाल ही नहीं होता है। इस तरह के बयान को कोई मतलब नहीं है।
पटना में शनिवार को मीडिया से रघुवंश ने कहा कि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले महाराष्ट्र की तर्ज पर अगर यहां राजग से नाता तोड़कर जदयू महागठबंधन में आ जाता है तो तस्वीर बदल जाएगी। बिहार में पहले भी ऐसा हो चुका है, जब 2015 के विधानसभा चुनाव में राजद-जदयू-कांग्रेस ने मिलकर चुनाव लड़ा और भाजपा को परास्त कर दिया। इस बार भी भाजपा विरोधी पार्टियां अगर एकजुट हो गईं तो बिहार में सत्ता परिवर्तन तय है।
रघुवंश ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को साथ आने पर किसी तरह की आपत्ति नहीं होनी चाहिए। क्योंकि एक साथ आने में किसी तरह की अड़चन नजर नहीं आ रही है। पूर्व केंद्रीय मंत्री की ओर से ऐसे बयान पहले भी आते रहे हैं। उन्होंने पहले भी कहा है कि भाजपा को सत्ता से बाहर रखने के लिए जदयू-राजद के बीच पिछले दरवाजे से बातचीत चल रही है। भाजपा नेताओं के अहंकार से परेशान जदयू के कई नेता राजद से हाथ मिलाने के मौके का इंतजार कर रहे हैं। इसी पर, तेजस्वी यादव ने साफ कर दिया कि ऐसी कोई बात नहीं है। जदयू को लेकर मैंने पहले भी कहा है और फिर कहता हूं कि इस तरह के बयान का कोई मतलब ही नहीं है।