तेजस्वी ने CM नीतीश से कहा- शराबबंदी पर उपदेश देेने से पहले अपने DGP से तो पूछ लेते
नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए कहा कि शराबबंदी पर उपदेश देने के पहले अपने डीजीपी से जरूर बात कर लें।
पटना, जेएनएन। बिहार के मुख्यमंत्री (Chief Minister) नीतीश कुमार (Nitish Kumar) ने शराबबंदी (Liquor Ban) को बिहार के बाद पूरे देश में लागू करने की बात कही है। वहीं, प्रदेश के डीजीपी (DGP) ने शराबबंदी पर सवाल उठाते हुए कहा कि थाने (Police Station) की जानकारी के बिना जब एक पत्ता नहीं हिल सकता, कोई माई का लाल एक बोतल दारू (Liquor) भी नहीं बेच सकता। एेसा कहकर डीजीपी ने शराबबंदी की हकीकत बता दी। इसपर राष्ट्रीय जनता दल |RJD) नेता व विधानसभा (Assembly) में नेता प्रतिपक्ष (Leader of Opposition) तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने तंज कसते हुए कहा है कि नीतीश कुमार शराबबंदी पर भाषण देने से पहले अपने डीजीपी से भी बात कर लें।
तेजस्वी ने लिखा कि नीतीश कुमार शराबबंदी की हर जगह चर्चा करते हैं, लेकिन उन्हें अपने पुलिस के मुखिया की भी बात पहले सुन लेनी चाहिए जिन्होंने मान लिया है कि बिहार में शराबबंदी पूरी तरह से फेल है। तेजस्वी ने कहा कि डीजीपी ही मानते हैं कि बिहार में शराबबंदी के बाद शराब के व्यवसाय को बेरोकटोक चलाने वाले काम में पुलिस, प्रशासन और तस्करों के बीच एक समानांतर सांठगांठ है। जिसकी वजह से ये धंधा फल-फूल रहा है।
नीतीश ने कहा था-पूरे देश में शराबबंदी लागू हो
बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कुछ दिनों पहले दिल्ली में कहा था कि बिहार मद्य-निषेध अभियान के लिए पूरे देश में रोल मॉडल है। शराबबंदी का राजस्व पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पूरे देश में शराबबंदी लागू होना चाहिए। यह सामाजिक, धार्मिक एवं वैज्ञानिक दृष्टिकोण से भी आवश्यक है।
जीतनराम मांझी-उपेंद्र कुशवाहा ने लगाया था बड़ा आरोप
बिहार में शराबबंदी कानून को लेकर उपेंद्र कुशवाहा और जीतन राम मांझी ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला था। उपेंद्र कुशवाहा ने कहा कैसी शराबबंदी? अब तो लोगों के घर पर शराब की डिलेवरी हो रही है। वहीं जीतनराम मांझी ने तो सीएम नीतीश कुमार को खुली चुनौती देते हुए कहा कि जिन्हें लगता है बिहार में शराबबंदी है, वे मंत्रियों और अधिकारियों के यहां छापेमारी करें। यदि मंत्री और अधिकारियों के घर शराब नहीं मिली तो मैं राजनीति छोड़ दूंगा।