तेजस्वी ने BJP पर कसा तंज-देखते रहो टुकुर-टुकुर, तेजप्रताप ने कहा-ये तो पहला झटका दिया है
तेजस्वी और तेजप्रताप यादव ने भाजपा पर ट्वीट कर तंज कसा है। तेजस्वी ने कहा कि टुकुर-टुकुर देखते रहे हमने दूर भगा दिया। तो वही तेजप्रताप ने कहा-अभी तो पहला झटका दिया है।
पटना, जेएनएन। बिहार विधानसभा में मंगलवार का दिन खास रहा। सदन में सर्वसम्मति से एनसीआर बिहार में लागू नहीं करने का प्रस्ताव पारित हो गया और वहीं एनपीआर भी नए प्रारूप में लागू नहीं होगा इसका प्रस्ताव भी पारित किया गया। इसके बाद नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने भाजपा पर तंज कसा और कहा कि एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर एक इंच भी नहीं हिलने की बात कहने वाली भाजपा को आज हमने एक हजार किमी (दिल्ली से पटना) तक हिला दिया। भाजपा वाले माथा पकड़े टुकुर-टुकुर देखते रह गए।
इसके साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी और बाबा साहेब द्वारा निर्मित संविधान मानने वाले हम लोग नागरिकता कानून (सीएए) को भी बिहार में लागू नहीं होने देंगे।
बिहार में NRC/NPR लागू नहीं करने की हमारी माँग पर आज विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पास कराया गया।
NRC/NPR पर एक इंच भी नहीं हिलने वाली BJP को आज हमने 1000 किलोमीटर हिला दिया।BJP वाले माथा पकड़े टुकुर-टुकुर देखते रह गए। संविधान मानने वाले हम लोग CAA भी लागू नहीं होने देंगे— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) February 25, 2020
उसके बाद उनके बड़े भाई तेजप्रताप यादव ने भी इस ट्वीट कर भाजपा पर सियासी हमला बोला, "एनआरसी और एनपीआर के मुद्दे पर तनिक भी टसकने को नहीं तैयार भाजपा को आज हमने हार्ट-अटैक का पहला झटका दिया है। बिहार में एनआरसी और एनपीआर नहीं लागू करने की हमारी पार्टी की मांग पर आज विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया। सीएए को नहीं लागू होने देने की लड़ाई भी जारी रहेगी।"
NRC/NPR के मुद्दे पर तनिक भी टसकने को नहीं तैयार BJP को आज हार्ट-अटैक का पहला झटका दिया।
बिहार में NRC/NPR नहीं लागू करने की हमारी पार्टी की माँग पर आज विधानसभा में सर्वसम्मति से प्रस्ताव पारित किया गया।
CAA को नहीं लागू होने देने की लड़ाई भी जारी रहेगी।।— Tej Pratap Yadav (@TejYadav14) February 25, 2020
तेजस्वी ने कहा कि 10 दिसंबर को रात 12 बजे जब यह कानून लोकसभा में पास हुआ था तो उसके मात्र नौ घंटे बाद ही सुबह में राजद के सभी विधायक गांधीजी की मूर्ति के पास धरने पर बैठे थे। उसी दिन मैंने आम लोगों से वादा किया था कि चाहे जो भी हो जाए, हम इस कानून को बिहार में लागू नहीं होने देंगे।
सड़क से सदन तक हमारे संघर्ष का ही परिणाम है कि भाजपा सरकार को झुकना पड़ा। एक इंच भी नहीं हिलने वाले शायद नहीं जानते कि यह बिहार गांधी, अंबेडकर, जेपी, लोहिया, कर्पूरी और लालू को मानने वाले समाजवादी क्रांतिकारियों की धरती है।