तेजस्वी ने कहा- समाज से पहले सरकार को तो सुधारिए नीतीश जी, जीतन राम मांझी को लेकर भी बोला हमला
बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के बुधवार से शुरू हुए सामाजिक सुधार अभियान की आलोचना की है। तेजस्वी ने इसके साथ ही जीतन राम मांझी को लेकर भी सरकार पर हमला बोला है।
पटना, राज्य ब्यूरो। बिहार विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (CM Nitish Kumar) के बुधवार से शुरू हुए सामाजिक सुधार अभियान की आलोचना की है। तेजस्वी ने कहा है कि बिहार को समाज सुधार से ज्यादा व्यवस्था में सुधार की जरूरत है। मुख्यमंत्री को इसी मुद्दे पर अपनी यात्रा को फोकस रखना चाहिए था। तेजस्वी ने कहा कि व्यवस्था दुरुस्त होने से अधिकांश सामाजिक समस्याएं अपने आप दूर हो जाएंगी। प्रेस से बात करते हुए राजद नेता ने आरोप लगाया कि प्रदेश में प्रशासनिक अराजकता व्याप्त है और सरकार का सिस्टम पूरी तरह ध्वस्त हो चुका है।
यह केवल नौटंकी और दिखावा है
नेता प्रतिपक्ष ने सवाल किया कि क्या बिहार की बदहाल शिक्षा, स्वास्थ्य एवं कानून व्यवस्था, महंगाई, भ्रष्टाचार, गरीबी, पलायन और बेरोजगारी व्यवस्था से जुड़ी सबसे बड़ी सामाजिक समस्याएं नहीं हैं। मुख्यमंत्री को सबसे पहले इन्हीं सामाजिक खामियों, समस्याओं और प्रशासनिक विफलताओं पर यात्रा कर इन्हें दूर करना चाहिए।बिहार की जनता में ये भावना है कि सरकार डबल इंजन की है लेकिन कोई काम की नहीं है। उसको कौन सुधारेगा। सीएम ने पहले भी समीक्षा बैठक की थी। उसके ठीक बाद बिहार विधानसभा में शराब की बोतलें मिल गईं। उसका क्या हुआ, कोई रिपोर्ट नहीं आई। पहले अपनी सरकार को तो सुधारें। मंत्री और अधिकारी को तो सुधारें।
अपने सहयोगी को तो समझाइए पहले
पूर्व सीएम जीतन राम मांझी (Ex CM Jitan Ram Manjhi) के बयानों को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री जी के घटक दल के ही तो हैं जीतन राम मांझी। वे क्या कहते हैं शराबबंदी पर। पहले अपने सहयोगी को तो समझाइए, बाद में समाज सुधार लीजिएगा। पहले नीतीश जी उन्हें समझा दें या मांझी जी उन्हें समझा दें। आप अपने सहयोगी को तो समझाओ पहले। वैसे भी मुख्यमंत्री जी थके हुए हैं। बिहार की जनता उन्हें पसंद भी नहीं कर रही। कोई काम करने का नया तरीका या विजन या रोडमैप नहीं दिखा। आश्चर्य है कि 16 साल से जो सीएम है, वही कह रहे हैं कि बिहार पिछड़ा है। इसको विशेष दर्जा की जरूरत है। यदि पिछड़ा है तो इसके लिए आप जिम्मेदार हैं। आप मदद भी किससे मांग रहे हैं। आपतो सरकार में हैं। आपके मंत्री हैं, आप सहयोगी हैं। हमारे 22 एमपी होते थे तब बिहार को 1 लाख 44 हजार करोड़ का पैकेज दिया था। चार-चार कारखाने दिए। इन्होंने क्या दिया 39 एमपी हैं तो।