तेजस्वी का आरोप: पटना के आसरा गृह कांड में शामिल पांच रंगीन मिजाज अफसर
विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने पटना के आसरा गृह कांड में कुछ रंगीममिजाज अफसरों की संलिप्तता का आरोप लगाया है। पूरा मामला जानिए इस खबर में।
पटना [राज्य ब्यूरो]। रेलवे टेंडर घोटाले में दिल्ली के पटियाला हाउस कोर्ट से जमानत मिलने के अगले ही दिन नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर फिर हमला बोला। उन्होंने ट्वीट करके कहा है कि राज्य सरकार के पांच बड़े अधिकारियों की आसरा गृह कांड में संलिप्तता है।
तेजस्वी ने राज्य सरकार की मंशा पर सवाल उठाते हुए पूछा है कि जांच में अभी तक क्या कार्रवाई हुई? क्या किसी अधिकारी से पूछताछ हुई है? तेजस्वी ने कहा कि कि ऐसे भ्रष्ट अधिकारियों को बर्खास्त करने की हिम्मत मुख्यमंत्री में नहीं है। सरकार को भी पता है कि अगर कोई कार्रवाई हुई तो ये अधिकारी काला चिट्ठा खोल सकते हैं।
विदित हो कि आसरा शेल्टर होम उस समय चर्चाओं में आया था, जब दो संवासिनों की मौत हो गई थी। अब दो अन्य के गायब होने और एक बच्ची की मौत की खबर के बाद तेजस्वी ने फिर राज्य सरकार को निशाने पर ले रखा है।
राजद नेता ने सवाल उठाया है कि सुरक्षा बंदोबस्त के बावजूद लड़कियां कैसे गायब हो रही हैं। पुलिस और समाज कल्याण विभाग को कठघरे में खड़ा करते हुए अधिकारियों पर लड़कियों के शोषण और तस्करी का कांट्रैक्ट लेने का आरोप लगाया। उन्होंने इसे संगठित अपराध बताया और कहा कि मुजफ्फरपुर बालिका गृह एवं पटना के आसरा गृह संचालकों और आरोपियों के तार आपस में जुड़े हुए हैं। यह बड़ा गिरोह है, जिसमें सफेदपोश भी शामिल हैं। राजद नेता ने इसे संगठित सेक्स रैकेट करार दिया।