पीयू सिंडिकेट में पीएचडी के नए पैटर्न को मंजूरी
पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक में सोमवार को कई फैसले लिये गए।
पटना । पटना विश्वविद्यालय के सिंडिकेट की बैठक में सोमवार को पीएचडी में नामांकन के नए पैटर्न की मंजूरी दे दी गई। अब अभ्यर्थियों को साक्षात्कार के लिए 20 अंक मिलेंगे। जेआरएफ करने वाले अभ्यर्थियों को 10 अंक मिलेगा। पीएचडी में नामांकन के लिए नेट या प्री पीएचडी टेस्ट उत्तीर्ण करना होगा। इसके लिए अभ्यर्थियों को पांच अंक मिलेगा। विश्वविद्यालय के कर्मी और शिक्षकों के लिए 10 अंक निर्धारित है। इसके लिए शिक्षक और कर्मी को विश्वविद्यालय में काम करने का तीन साल अनुभव अनिवार्य है।
लालकेश्वर प्रसाद को नहीं मिलेगा भत्ता
इसके साथ-साथ पीयू सिंडिकेट ने एकेडमिक काउंसिल द्वारा पारित डीलिट के प्रस्ताव को भी स्वीकृति दे दी। डीलिट करने के लिए विद्यार्थियों को 50 हजार रुपए देने होंगे। सिंडिकेट ने पटना कॉलेज के पूर्व प्राचार्य और बिहार बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष लालकेश्वर प्रसाद सिंह को भत्ता देने के प्रस्ताव को खारिज कर दिया है। बैठक में तय हुआ कि लालकेश्वर प्रसाद सिंह अभी जेल में हैं, ऐसे में उन्हें भत्ता देना कानून सम्मत नहीं है। सिंडिकेट ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा नियुक्त किए गए भूगोल विभाग के सहायक प्रोफेसर डॉ. अशोक कुमार और पटना वीमेंस कॉलेज के गृह विभाग की सहायक प्रोफेसर की सेवा को संपुष्ट भी किया।
एनसीटीई से मिली मान्यता
पटना विश्वविद्यालय के पटना ट्रेनिंग कॉलेज और वीमेंस ट्रेनिंग कॉलेज को एनसीटीई ने कुछ शर्तो पर मान्यता दे दी है। दोनों कॉलेजों की मान्यता शिक्षकों की कमी के कारण पिछले साल रद कर दी गई थी। लेकिन पीयू प्रशासन द्वारा अस्थाई शिक्षकों की नियुक्ति प्रक्रिया शुरू करने के बाद अब एनसीटीई ने मान्यता दे दी है। दोनों कॉलेजों में 100-100 सीटें हैं। इन दोनों कॉलेजों में नामाकन के लिए विद्यार्थियों को बीएड सीईटी काउंसिलिंग के जरिए सीटें आवंटित की जा चुकी हैं।