राहुल गांधी पर सुशील मोदी का बड़ा हमला, कहा- पांच साल में 247 विदेश दौरों का मकसद बताएं
भाजपा के सांसद राहुल गांधी पर साधा निशाना बोले- पीएम की विदेश यात्राओं पर बेतुके सवाल उठाने वाली कांग्रेस राहुल की यात्राओं पर श्वेत पत्र जारी करे नेपाल का वीडियो सामने आने के बाद राहुल गांधी पर कसा तंज
राज्य ब्यूरो, पटना। Bihar Politics: भाजपा के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने मंगलवार को जारी बयान में कहा है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की विदेश यात्राओं से भारत वैश्विक शक्ति के रूप में उभरा है। कई राष्ट्राध्यक्षों से बेहतर रिश्ते बनने का ही लाभ था कि यूक्रेन युद्ध के समय भारत अपने 20 हजार छात्रों को सुरक्षित स्वदेश लाने में सफल रहा। उन्होंने कहा कि जो कांग्रेस प्रधानमंत्री की विदेश यात्राओं पर अनर्गल सवाल उठाती रही, उसे राहुल गांधी की विदेश यात्राओं पर श्वेतपत्र जारी करना चाहिए।
पांच साल में 247 विदेश यात्राओं पर उठे सवाल
सुशील मोदी ने कहा कि अगर राहुल गांधी सार्वजनिक जीवन में हैं, तो उन्हें बताना चाहिए कि जब जोधपुर जल रहा था, तब वे काठमांडू के नाइट क्लब में पार्टी क्यों कर रहे थे? सुशील मोदी ने कटाक्ष करते हुए कहा कि राहुल गांधी ने कोरोना महामारी के पहले 2019 तक पांच साल में 247 बार विदेश यात्राएं कीं और वह भी बिना एसपीजी को सूचित किए। कांग्रेस बताए कि राहुल गांधी की गोपनीय यात्राओं से देश की क्या सेवा हुई।
पिछड़ों की नहीं, एक परिवार की पार्टी है राजद : राजीव रंजन
इधर, भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष राजीव रंजन ने कहा कि राजद की खस्ता हो चुकी हालत को देखते हुए तेजस्वी यादव पिछड़े-अति पिछड़े समाज पर डोरे डालने लगे हैं। वह यह बात अच्छे से जान लें कि हमारा पिछड़ा समाज फिर से उनके बहकावे में आने वाला नहीं है। अपनी ताकत पहचान चुका पिछड़ा समाज यह जान गया है कि राजद केवल एक परिवार और धर्म विशेष की पार्टी है। उन्होंने कहा कि राजद-कांग्रेस जैसे परिवारवादी दलों की मंशा कभी भी समाज का भला करने की नहीं रही है।
इनकी राजनीति से सबसे अधिक नुकसान पिछड़े-अति पिछडे समाज का ही हुआ है। परिवार को आगे बढ़ाने लिए इन्होंने पिछड़े समाज को कभी बढऩे ही नहीं दिया। हमेशा पिछड़ी जातियों को आपस में लड़ाए रखा। इनके शासनकाल में होने वाली नक्सली हिंसा कौन भूल सकता है, जिसका सबसे ज्यादा नुकसान पिछड़े समाज को ही हुआ है। राजद-कांग्रेस जान लें कि लोग भूले नहीं है कि ये वही पार्टियां हैं, जिनके राज में गरीबों और पिछड़ों के गांव के गांव उजाड़ दिए जाते थे।