सुशील मोदी बोले- यूपी चुनाव के लिए भाजपा ही काफी; राजद-कांग्रेस के साथ जदयू को भी कह दिया दो टूक
Bihar Politics उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव बिहार के स्थानीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के लिए अपने विस्तार का मौका दिख रहा है। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने राजद और कांग्रेस के साथ ही जदयू को भी आईना दिखा दिया है।
पटना, राज्य ब्यूरो। Bihar Politics: उत्तर प्रदेश का विधानसभा चुनाव बिहार के स्थानीय और क्षेत्रीय राजनीतिक दलों के लिए अपने विस्तार का मौका दिख रहा है। कांग्रेस और भाजपा तो राष्ट्रीय दल होने के नाते यूपी में स्थापित हैं ही, अब जदयू, वीआइपी, हम, रालोजपा और लोजपा रामविलास को भी यूपी चुनाव में संभावना दिख रही है। हालत यह है कि बिहार में एनडीए सरकार के सहयोगी तीन दल यूपी में अलग-अलग चुनाव लड़ने की तैयारी में हैं। इस बीच राज्यसभा सदस्य सुशील मोदी ने कहा है कि वर्ष 2017 में 403 सदस्यीय यूपी विधानसभा के चुनाव में बिहार के किसी प्रमुख दल ने प्रत्याशी नहीं उतारे थे।
2007 के चुनाव नतीजों की दिलाई याद
सुशील मोदी ने कहा कि 2007 में बिहार के तीन दलों ने जब यूपी का चुनाव लड़ा, तब लोजपा के सभी 72 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई । राजद केवल एक सीट पर जमानत बचा पाया था, जबकि जदयू 16 में से केवल एक सीट पर जीता था। उसके 12 उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई थी।
जदयू के 16 में से 12 उम्मीदवारों की जब्त हो गई थी जमानत
उन्होंने कहा है कि 2015 के बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी की सफलता पर राजद प्रमुख लालू यादव इतरा रहे थे। देश में भाजपा को रोकने के लिए निकलने वाले थे, उनकी पार्टी यूपी में इस बार एक सीट पर भी लडऩे की हिम्मत नहीं जुटा पाई। अब उत्तर प्रदेश में सबका साथ-सबका विकास करने वाली भाजपा की शानदार वापसी तय है। सुशील मोदी ने कहा है कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और राजद की हालत इतनी दयनीय है कि प्रियंका गांधी खुद को सीएम फेस बताने के दूसरे ही दिन पलट गईं।
जदयू ने सीटें बताईं, लेकिन उम्मीदवार नहीं
इस बीच जदयू ने उत्तर प्रदेश के लिए उन सीटों के नाम बता दिए हैं, जहां उनके प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। हालांकि किसी भी सीट के लिए जदयू ने अब तक अपने प्रत्याशी का नाम नहीं बताया है। जदयू अध्यक्ष ललन सिंह ने उम्मीदवारों के नाम की घोषणा शीघ्र करने की बात कही है।