लालू पर सुशील मोदी ने कसा तंज- अब CM हाउस में नहीं होता नाच, अारक्षण को बताया मौलिक अधिकार
बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील मोदी ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की तारीफ की। साथ ही लालू यादव व तेजस्वी यादव पर जमकर हमला किया।
पटना, जेएनएन। बिहार के उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी (Dy. CM Sushil Kumar Modi) ने राज्य की नीतीश सरकार (Nitish Government) की सराहना करते हुए राष्ट्रीय जनता दल (RJD) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव (Lalu Prasad Yadav) व उनके बेटे तेजस्वी यादव (Tejashwi Yadav) पर फिर हमला किया है। लालू पर तंज कसते हुए उन्होंने कहा है कि अब सीएम हाउस (CM House) में अपराधी (Criminals) नहीं छिपाए जाते तथा नाच पार्टी (Dance Party) भी नहीं होती। सुशील कुमार मोदी ने आरक्षण (Reservation) को लेकर भी बड़ा बयान दिया। कहा कि बीजेपी अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़े वर्गों का मौलिक अधिकार (Fundamental Right) है।
काम कर रही सरकार, अब सीएम हाउस में नहीं छिपाए जाते अपराधी
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार कुमार मोदी ने लालू प्रसाद यादव पर तंज कसते हुए कहा कि जब से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) की सरकार आई है, बिहार में काम हो रहा है। पहले की तरह अब सीएम हाउस में नाच का अायोजन नहीं किया जाता है। वह जमाना गया जब सीएम हाउस में अपराधी छिपाए जाते थे और रंगारंग कार्यक्रम चलते थे। आज नीतीश कुमार का सुशासन (Good Governance) है, वे न किसी को बचाते हैं न फंसाते हैं। उन्होंने अपने काम के बल पर बिहार का सम्मान बढ़ाया है।
लालटेन युग की अवैज्ञानिक सोच से बाहर नहीं निकल पा रहे लालू
सुशील मोदी ने कहा कि जेल से पार्टी चलाने वाले लालू लालटेन युग की अवैज्ञानिक सोच से बाहर नहीं निकल पा रहे हैं। लालू के हाल के एक बयान का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि वे ऐसे मुख्यमंत्री पर सरकारी आवास से बाहर नहीं निकलने का आरोप लगा रहे हैं, जो डिजिटल माध्यम से हर दिन 16 घंटे जन सेवा में लगा है।
गैरजिम्मेदाराना बयान देते तेजस्वी, ऐसे बयानों से ही हुई हार
तेजस्वी यादव के बयान को लेकर उनपर हमलावर सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार पहले ऐसे मुख्यमंत्री हैं, जिन्होंने कल्याणकारी योजनाओं के क्रियान्वयन की सच्चाई जानने और जनता से संवाद बनाने के लिए विकास यात्रा जैसी 12 यात्राएं कीं। यह दिमागी दिवालिएपन की हद है कि जब कोई डिजिटल माध्यम से काम करे, तो कहो- घर से क्यों नहीं निकलते? और जब आप जनता के बीच जाएं, तो कहो- सरकारी पैसे का दुरुपयोग कर रहे हैं। कोरोना काल में तो वर्क फ्रॉम होम (Work From Home) को दुनिया मान रही है। ऐसे गैरजिम्मेदाराना बयानों के चलते ही लोकसभा चुनाव में राजद का सूपड़ा साफ हुआ था।
आरक्षण पर बड़ा दिया बयान, बाेले- बीजेपी मानती मूल अधिकार
उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी ने आरक्षण को लेकर बड़ा बयान भी दिया। उन्होंने कहा कि संविधान के खंड-3 के तहत धारा 15(4) और (5) के तहत आरक्षण अनुसूचित जाति, जनजाति व पिछड़े वर्गों का मौलिक अधिकार (Fundamental Right) है। बीजेपी के रहते कोई ताकत इस अधिकार से इन वर्गों को वंचित नहीं कर सकता है। अटल बिहारी वाजपेयी (Atal Bihari Vajpayee) की सरकार ने संविधान संशोधन कर प्रोन्नति में आरक्षण (Reservation in Promotion) दिया तथा उनकी रिक्तियों को सुरक्षित रखने का भी प्रावधान किया तो नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) की सरकार ने दलित अत्याचार निवारण अधिनियम में 23 नई धाराएं जोड़ कर उसे और कठोर बनाया। यही नहीं, जब सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने कुछ धाराओं को शिथिल किया तो कानून में संशोधन कर उसे पुनर्स्थापित किया।