दलित-महादलित अपमान का बदला लेने की कार्यकर्ता संकल्प रैली: मोदी
गांधी मैदान में मंगलवार को अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित भाजपा की कोई आम रैली नहीं है।
पटना। गांधी मैदान में मंगलवार को अंबेडकर जयंती के अवसर पर आयोजित भाजपा की कोई आम रैली नहीं है। भाजपा के अनुसार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लालू प्रसाद द्वारा एक महादलित को अपमानित करके मुख्यमंत्री पद से हटाए जाने को लेकर दलित और महादलितों के अपमान का बदला लेने के लिए कार्यकर्ताओं की संकल्प रैली है।
पूर्व उपमुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी, नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव और प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने सभा स्थल गांधी मैदान में ही संवाददाता सम्मेलन में कहा कि इस कार्यकर्ता समागम में डेढ़ से दो लाख बूथ लेवल कार्यकर्ता भाग लेंगे। इसी के साथ पार्टी विधानसभा चुनाव का शंखनाद करेगी।
मोदी ने कहा कि भीमराव अंबेडकर की 125 वीं जयंती के अवसर पर आयोजित इस विराट कार्यकर्ता समागम का एक खास राजनीतिक महत्व है। जिस तरह से नीतीश और लालू ने पिछले दिनों को एक महादलित को साजिश करके सत्ता से हटाने का काम किया उससे राज्य के दलित और महादलितों में जबर्दस्त आक्रोश है। उन्होंने कहा जीतन राम मांझी की सभाओं में जिस तरह से भीड़ आ रही हैं उससे यह वोट हमें मिलेगा या नही यह तो नहीं कह सकते पर एक बात तो तय है कि यह वोट नीतीश लालू गठबंधन को अब नहीं मिलेगा। गत लोकसभा चुनाव में यही वोट जदयू का आधार वोट था जो मांझी को अपमानित करके हटाए जाने से मर्माहत है। रैली में आने वाले कार्यकर्ता इस अपमान का बदला लेने का संकल्प भी लेंगे।
पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा जनता परिवार का विलय का उद्देश्य बिहार का विकास करना नहीं बल्कि भाजपा को सत्ता में आने से रोकने के लिए हो रहा है। 77 और 89 में इसी तरह का गठबंधन हुआ था जिसका परिणाम जनता देख चुकी है। उन्होंने कहा बिहार को अब ठेलमठेल सरकार नहीं बल्कि पूर्ण बहुमत की सरकार चाहिए। मोदी ने कहा राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद ने हाल ही में कहा मैं जड़ हंू नीतीश कुमार फुनगी। जिसकी सरकार में लालू प्रसाद होंगे वह सरकार कैसी होगी समझा जा सकता है।
मोदी ने कहा बिहार का ग्रोथ रेट 14 फसद से घटकर आधा हो गई है। अस्पतालों में दवा नहीं,राजस्व संग्रह में ग्रोथ महज 3.3 फीसद रह गया है। पर्यटकों की संख्या में चार लाख सालाना की कमी आई है। कार्यकर्ता समागम में चार पेज हैंडबिल बांटा जाएगा जिसमें नरेंद्र मोदी सरकार में किस तरह बिहार को सर्वाधिक लाभ हुआ है। इसका उल्लेख होगा। इन सारे तथ्यों से लैस करके कार्यकर्ताओं को चुनाव मैदान में भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कल राजधानी के लोगों को कुछ असुविधा हो सकती है। इसके लिए हम क्षमा प्रार्थी है।
नेता प्रतिपक्ष नंदकिशोर यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार हताशा में भीम राव अंबेडकर को किसी दल विशेष से जोड़ कर देख रहे हैं। बाबा साहेब अंबेडकर को किसी दलीय खांचे में बांधकर नहीं देखा जा सकता है। वह भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता और अपने लगातार घटते जनाधार की हताशा में ऐसी अनर्गल टिप्पणियां कर रहे हैं। यादव ने कहा कि इस विशाल कार्यकर्ता समागम के माध्यम से हम अपने कार्यकर्ताओं को केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार द्वारा किए जा रहे कार्यो से लैस करेंगे ताकि वह गांव गांव में जाकर जदयू-राजद के नापाक गठबंधन के खिलाफ जनता को गोलबंद करने का काम करेंगे। उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर की रैली के अनुभवों से सबक लेते हुए हम बिहार सरकार से आग्रह करेंगे कि वह सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम करे।
प्रदेश अध्यक्ष मंगल पांडेय ने कहा राज्य के कोने कोने से कार्यकर्ता समागम में भाग लेने आ रहे कार्यकर्ताओं का पिछले पंद्रह दिनों से विधानसभावार रजिस्ट्रेशन का काम चल रहा है। अब तक डेढ़ लाख से अधिक कार्यकर्ताओं का रजिस्ट्रेशन हो गया है। आज शाम से ही इनका पटना आने का सिलसिला शुरू हो जाएगा। कल बिहार के प्रत्येक बूथ से कम से कम तीन-चार कार्यकर्ता अपने राष्ट्रीय और प्रदेश नेतृत्व के आमने सामने बैठकर विधानसभा चुनाव के लिए दिशानिर्देश और मार्गदर्शन प्राप्त करेंगे तथा जंगलराज टू की समाप्त कर सूबे में भाजपा के नेतृत्व में एनडीए की सरकार बनाने का संकल्प लेंगे।