गंगा में डूबे पायों के सुपर स्ट्रक्चर की कटाई शुरू
महात्मा गांधी सेतु के पाया संख्या 34 और 35 के बीच के सुपर स्ट्रक्चर को काटने की प्रक्रिया शुरू।
पटना सिटी । महात्मा गांधी सेतु के पाया संख्या 34 और 35 के बीच के सुपर स्ट्रक्चर को काटने और उसे बार्ज की मदद से अस्थायी जेटी तक पहुंचाने का काम मंगलवार को शुरू हुआ। इस काम के लिए 600 मीट्रिक टन क्षमता वाले एक तथा 100 मीट्रिक टन क्षमता वाले दो बार्ज और उस पर उच्चतम क्षमता वाली क्रेन लगाई गई है। गंगा में बिना गिरे सेतु से कटे बड़े-बड़े टुकड़े को क्रेन से ले जाने का दृश्य लोगों ने कौतूहल से देखा।
इस काम में जुटे अभियंता ने बताया कि डायमंड कटर से सुपर स्ट्रक्चर के तीन-तीन मीटर में सेगमेंट को काटा जा रहा है। इसके बाद सेतु पर लगे गैन्ट्री की मदद से इस सेगमेंट को गंगा में लगे बार्ज वाले क्रेन के हवाले किया जाता है। पानी में तैरते तीन बार्ज को टग बोट से पाया संख्या 27 स्थित जेटी तक पहुंचाया जा रहा है। सेगमेंट यहां के लैंड एरिया में जमा होता है। बड़े वाहन पर लादकर सेतु के कटे सेगमेंट को हाजीपुर स्थित औरेंज बेल्ट में पहुंचाया जाता है। यहां सेगमेंट को क्रश करने का प्लांट लगा है। यह काम अभी वैशाली क्षेत्र से जुड़े सेतु के हिस्से पर हो रहा है। अभियंता ने बताया कि गंगा में पानी बढ़ने के बाद इस काम को शुरू किया गया है। जब तक गंगा का जलस्तर बढ़ा रहेगा पानी में डूबे पायों वाले सुपर स्ट्रक्चर को काटने का काम तेजी से पूरा कर लिया जाएगा।
प्रोजेक्ट मैनेजर के. पारी ने बताया कि पाया संख्या एक से लेकर 32 तक के सुपर स्ट्रक्चर को काट दिया गया है। इसके बाद के पायों में पानी कम होने कारण इसे छोड़ कर आगे पाया संख्या 34-35 के स्ट्रक्चर को काटने का काम शुरू हुआ है। यह काम चौबीस घंटे जारी है। इसमें 72 अभियंताओं व कर्मियों की टीम लगी है। उन्होंने बताया कि आवश्यकता पड़ने पर नदी से बालू हटाकर बार्ज का रास्ता बनाने के लिए ड्रेजर भी कराया जाएगा। सक्शन ड्रेजर उपलब्ध कराने के लिए निजी कंपनी से बातचीत चल रही है।