आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रों ने प्राचार्य को बनाया बंधक
आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रों ने पीजी में नामांकन के लिए शुक्रवार को कॉलेज के गेट पर हंगामा किया।
पटना। आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रों ने पीजी में नामांकन के लिए शुक्रवार को कॉलेज के गेट में तालाबंदी कर जमकर हंगामा किया। सुबह 11 बजे से लेकर शाम चार बजे तक छात्रों ने प्राचार्य समेत कॉलेज प्रशासन को बंधक बनाए रखा। बाद में स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से वार्ता के बाद आक्रोशित छात्रों ने कॉलेज का गेट खोला।
आयुर्वेदिक कॉलेज के छात्रों का कहना है कि स्वास्थ्य विभाग की गलत नीतियों के कारण राज्य के छात्रों को नामांकन में परेशानी हो रही है। विरोध करने वाले डॉ. वसंत, अंबर, भारती कुमारी, अजय एवं प्रदीप सहित कई छात्रों का कहना है कि राजकीय आयुर्वेदिक कॉलेज में पीजी में कुल आठ सीटें हैं। इनमें से चार सीटें राज्य कोटे के लिए और चार सीटे बाहरी छात्रों के लिए रिजर्व कर दी गई हैं। इससे राज्य के छात्रों को कॉलेज में नामांकन लेने में परेशानी हो रही है। छात्रों का कहना है कि अब तक बाहरी कोटे पर भी राज्य के प्रतिभाशाली छात्रों का नामांकन मेरिट के आधार पर होते रहा है, लेकिन इस बार बाहरी कोटे पर मेरिट होने के बावजूद राज्य के छात्रों का नामांकन नहीं हो रहा है। इसके अलावा सरकारी कॉलेजों में पढ़ने वाले छात्रों के मेरिट पर भी ध्यान नहीं दिया जा रहा है। दिनभर हंगामा करने के बाद शाम को छात्रों के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव से मुलाकात की। मुलाकात करने वाले प्रतिनिधिमंडल को प्रधान सचिव से शनिवार को नामांकन से जुड़े अधिकारियों से बातचीत कर समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया है। प्रधान सचिव ने शुक्रवार को भी छात्रों को मिलने के लिए बुलाया है।