अब ऑनलाइन क्लास का है जमाना, लैपटॉप-मोबाइल पर मिल रहा ट्यूशन ...जानिए
पटना में भी अब छात्र अॉनलाइन क्लासेज को प्राथमिकता दे रहे हैं। महज कुछ जीबी डाटा खर्च कर क्लास जाकर पढऩे की जगह युवा घर पर ही पढ़ाई कर रहे हैं।
पटना [चारुस्मिता]। ललक हो तो ज्ञान की कमी नहीं। इंटरनेट पर तो अथाह भंडार है। ऑनलाइन क्लासेज भी इन्हीं मे से एक है। पटना के छात्र-छात्रा भी महज कुछ जीबी डाटा खर्च कर ऑनलाइन क्लास से पढ़ाई कर रहे हैं।
दोपहर के ढाई बज रहे हैं। हालांकि हॉस्टल में यह समय आराम का होता है लेकिन अशोक राजपथ की रोशनी अपने मोबाइल पर केमिस्ट्री के कठिन इक्वेशन को हल करने में लगी हैं। बिस्तर पर कई किताबें बिखरी हुईं हैं और वह मोबाइल पर कुछ देखकर सवाल हल करने में लगी हैं।
पूछने पर पता चलता है कि वे ऑनलाइन क्लास के वीडियो देख रही हैं। जिसमें बहुत ही सरल तरीके से सवालों को समझाया जाता है और हल भी करवाया जाता है। हॉस्टल के रूम नंबर 305 में रहने वाली रश्मि भी अपने लैपटॉप पर रीजनिंग के सवाल बना रही हैं जिसमें बार बार ट्रिक बताये जा रहे हैं और वह उन्हें ध्यान से सुन रही हैं।
फोर जी स्पीड पर लय पकड़ रही पढ़ाई
जमाना 4जी का है तो फिर पढ़ाई कैसे स्लो हो सकती है। आजकल युवाओं को पढऩे का नया जरिया मिल गया है ऑनलाइन क्लास। स्टडी स्मार्ट, अड्डा 247, टेस्टबुक डॉट कॉम जैसे कई एप और यू ट्यूब चैनल हैं जिसपर एसएससी, रेलवे, बैंकिंग, मेडिकल, यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाई जाती है।
आज किताबों में घुसे रहने और क्लास जाकर पढऩे की जगह युवा घर पर ही पढ़ाई कर रहे हैं। इसके लिए वह यू ट्यूब चैनल से लेकर एप और फेसबुक पेज पर जाकर एजुकेशनल वीडियो और क्लास देखते हैं। इन क्लास की खासियत है कि इसमें कई बार दुहरा कर ट्रिक को समझाया जाता है जिससे उन्हें कठिन से कठिन चैप्टर भी आसानी से समझ में आ जाता है।
छात्रों के लिए करवाई जाती है चैप्टर की शूटिंग
ऑनलाइन क्लास के तरफ रुझान बढऩे का कारण यह है कि इसमें इतने बहुत सहज और सरल तरीके से बातों को समझाया जाता है। चाहे गणित हो या केमिस्ट्री या फिर फिजिक्स के उलझाने वाले सवाल इस तरह के क्लास को खास तरह से डिजाइन किया जाता है।
जीके जीएस के लिए भी कई बार प्रैक्टिस करवाई जाती है जिससे पढ़ाई आसान हो जाती है और तथ्य याद रहते हैं। इसके लिए टीचर छात्रों को अच्छे तरीके से समझाने के लिए कई शिक्षण तकनीकों का इस्तेमाल करते हैं।
बोरिंग रोड के एक कोचिंग के संयोजक रोहित बताते हैं कि हमलोग छात्रों को प्रतियोगी परीक्षा के करीब आने पर हर चैप्टर को आसान बना कर ऑनलाइन क्लास का वीडियो शूट कर के यू ट्यूब चैनल पर डालते हैं। इन क्लास के दौरान टीचर सवाल भी देते हैं जिसे हल करने का समय भी दिया जाता है।
कुछ एमबी का डाटा बचा रहा हजारों रुपये
इस तरह के नए प्रयोग के पीछे शिक्षा क्षेत्र के पुरोधा मानते हैं कि कोचिंग और ट्यूशन एक महंगा व्यवसाय बन कर रह गया है। ऐसे में इस तरह के ऑनलाइन प्लेटफॉर्म छात्रों के लिए बहुत सहायक हो रहे हैं। आज जहां एक विषय की तैयारी करने में करीब 5-10 हजार रुपये तक लगते हैं ऐसे में कुछ एमबी डाटा खर्च कर सरल, सहज और आसान तरीके से चैप्टर दर चैप्टर की पढ़ाई को छात्र ज्यादा पसंद करते हैं।
एसएससी, बैंकिंग, रेलवे, मेडिकल, यूपीएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के स्टडी मैटिरियल एक जगह ही उपलब्ध हो जाते हैं। इसे खोलने का एक और फायदा है कि इससे नए शिक्षकों को डेमो का एक प्लेटफॉर्म भी मिल रहा है।
कौन कौन से हैं ऐसे ऑनलाइन पढ़ाई के जरिए
स्टडी स्मार्ट
महेंद्रा गुरु
अड्डा 247
एएफआइआइएएस डॉट कॉम
कहते हैं छात्र....
अंग्रेजी के कठिन एडिटोरियल आने लगे हैं अब समझ
इन ऑनलाइन प्लेटफॉर्म का फायदा छात्रों को कई मायनों में मिल रहा है। बैंकिंग की तैयारी करने वाली रश्मि सिंह बताती हैं कि मैं अपनी पढ़ाई में बहुत इम्प्रूव कर रही हूं। ऑनलाइन तैयारी करवाने वाले कई ऐसे एप और चैनल हैं जिससे मुझे काफी मदद मिली। आज मैं अंग्र्रेजी अखबार के एडिटोरियल भी बहुत आसानी से समझने लगी हूं।
मेडिकल के टफ एग्जाम का मिल गया तोड़
मेडिकल एक ऐसा क्षेत्र माना जाता है जिसकी तैयारी में सबसे अधिक समय लगता है लेकिन इसके लिए भी कई यू ट्यूब चैनल हैं जिसका उपयोग छात्र कर रहे हैं। नया टोला की रहने वाली रोशनी कहती हैं कि मुझे पहले केमिस्ट्री टफ लगती थी लेकिन ऑनलाइन क्लास के कारण अब सवाल हल होने लगे हैं।
कठिन गणित के सवाल भी ट्रिक से हो जाते हैं हल
बोङ्क्षरग रोड की रहने वाली डॉली रानी बताती हैं कि वह एसएससी की तैयारी कर रही हैं जहां गणित के सवाल सबसे ज्यादा स्कोङ्क्षरग होते हैं। इसमें उन्हें बहुत अधिक समय लग जाता था लेकिन अब ट्रिक जानने से कम समय में अधिक सवाल बनने लगे हैं।
पीटी से लेकर मेंस तक की पूरी तैयारी
रिचा बताती हैं कि वह यूपीएससी की तैयारी करती हैं लेकिन इसके लिए उन्हें कुछ भी सही से मालूम नहीं था। कई यू ट्यूब चैनल और एप से वह पढ़ाई करती हैं जिससे उनकी तैयारी आसान हो गई है। इसमें पीटी से लेकर मेंस और इंटरव्यू तक की तैयारी करवाई जाती है।
हर तरह के ऑनलाइन सेट हैं उपलब्ध
मेनका बताती हैं कि वह सभी प्रतियोगी परीक्षाओं के फॉर्म भरती हैं। कोचिंग और ट्यूशन में पैसे फेंकने के बाद उन्होंने ऑनलाइन पढ़ाई की तरफ ध्यान दिया। इससे उन्हें हर तरह की प्रतियोगी परीक्षाओं के क्वेश्चन पेपर और स्टडी मैटिरियल यहां मिल जाते हैं।
कहते हैं शिक्षक
आज भी बहुत से छात्र ऐसे हैं जिनके पास कोचिंग और ट्यूशन के पास पैसे नहीं हैं। इस तरह के चैनल से उन्हें मदद मिल जाती है। इसमें हमलोग वीडियो क्लास के द्वारा ट्रिक और मेथड बताते हैं।
धर्मेन्द्र कुमार, गणित शिक्षक